National Ayurveda Day 2020 Wishes & Images: राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर इन हिंदी GIF Greetings, Photo Messages, HD Wallpapers, WhatsApp Stickers के जरिए दें शुभकामनाएं
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति और उसके महत्व से लोगों को रूबरू कराने के लिए मनाया जाता है. इस खास अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, इमेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो मैसेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स के जरिए दोस्तों-रिश्तेदारों को न सिर्फ शुभकामनाएं दे सकते हैं, बल्कि उन्हें आयुर्वेद के महत्व से रूबरू भी करा सकते हैं.
National Ayurveda Day 2020 Wishes in Hindi: राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस (National Ayurveda Day) हर साल धन्वंतरि जयंती (Dhanvantari Jayanti) यानी धनतेरस (Dhanteras) के दिन मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने की शुरुआत आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) द्वारा साल 2016 में हुई थी. दरअसल, स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आयुर्वेदिक दवाओं को हमेशा बेहतर माना जाता है, क्योंकि यह प्राचीन चिकित्सा पद्धति प्राकृति होती है और यह बिना किसी साइड इफेक्ट के समस्या को जड़ से खत्म करने में सक्षम होती है. राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस आयुर्वेद (Ayurveda) के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु के अवतार भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का जनक माना जाता है. उन्हें देवताओं का वैद्य और आरोग्य का देवता कहा जाता है, इसलिए धन्वंतरि जयंती पर राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस को मनाया जाता है और आज (13 नवंबर 2020) आयुर्वेद को समर्पित यह दिवस मनाया जा रहा है.
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति और उसके महत्व से लोगों को रूबरू कराने के लिए मनाया जाता है. इस खास अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, इमेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो मैसेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स के जरिए दोस्तों-रिश्तेदारों को न सिर्फ शुभकामनाएं दे सकते हैं, बल्कि उन्हें आयुर्वेद के महत्व से रूबरू भी करा सकते हैं.
1- राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2020
2- राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2020
3- राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2020
4- राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2020
5- राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 2020
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि का प्राकट्य समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हुआ था, इसलिए इस दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. कहा जाता है कि उनके पूजन से अच्छी सेहत का आशीर्वाद प्राप्त होता है. हाथों में अमृत कलश धारण करने वाले भगवान धन्वंतरि के जन्मोत्सव को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है और इसी दिन राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस भी मनाया जाता है.