Narmada Jayanti Wishes 2020: हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार माघ महीने में शुक्ल पक्ष सप्तमी को नर्मदा जयंती मनाई जाती है. इस दिन भक्त नर्मदा नदी की पूजा करते हैं, ताकि उनके जीवन में शांति और समृद्धि आ सके. मध्य प्रदेश में अमरकंटक मां नर्मदा का उद्गम स्थल है, यहां नर्मदा जयंती बड़ी ही धूम धाम से मनाई जाती है. इस दिन अमरकंटक नर्मदा में स्नान करने और पूजा करने बहुत ही दूर दूर से लोग आते हैं. नर्मदा जयंती मध्यप्रदेश में बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है. भारत में 7 नदियों को अत्याधिक मान्यता दी गई है, नर्मदा उन्हीं सात नदियों में से ही एक महत्वपूर्ण नदी है.
गंगा की तरह ही नर्मदा में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. नर्मदा जयंती के अवसर पर पूरा मध्यप्रदेश भगवा रंग में रंग जाता है. मां नर्मदा की मूर्ति के साथ शोभायात्रा निकाली जाती है. इस दिन हजारों भक्त शहर के विभिन्न घाटों पर जाकर देवी के भजन गाते हैं. शाम को संतों और भक्तों द्वारा बनारस के प्रसिद्ध गंगा घाटों पर भी मां नर्मदा की भव्य आरती की जाती है. पौराणिक कथा अनुसार नर्मदा नदी का निर्माण शिव ने राक्षसों के विनाश के लिए और देवों द्वारा किए गए पापों को धोने के लिए किया था. इस दिन लोग एक दूसरे को मैसेज भेजकर सुख समृद्धि की शुभकामनाएं देते हैं. अगर आप भी नर्मदा जयंती के पावन अवसर पर अपने करीबियों को शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेज भेजकर दे सकते हैं.
गहरी सी समाधी लगाए ,कहीं सर्प सी लहराए
सौंदर्य की अद्भुत छटा बिखेरती, निर्जन में प्राण फूंकती
नर्मदा जन मानस को है सींचती.
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं!
शीतल सी, मनोरम सी, उमंग से भर देती है,
नर्मदा मां हर ख्वाहिश पूरी कर देती हैं.
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं!
तरंग रंग सर्वदा,
नमामि देवी नर्मदा.
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं!
आप सभी को नर्मदा जयंती की
हार्दिक शुभकामनाएं!
आपको और आपके परिवार को
नर्मदा जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं!
यह त्योहार सबसे ज्यादा धूम धाम से अमरकंटक और होशंगाबाद में मनाया जाता है. नर्मदा जयंती के दिन लोग पारंपरिक दीए लाते हैं और इसे नदी में प्रवाहित करते हैं. इस दिन मां नर्मदा की परिक्रमा भी की जाती है. भगवान शिव ने नर्मदा नदी को देवताओं के पाप धोने का वरदान दिया था. इसलिए नर्मदा नदी को अधिक महत्व दिया जाता है.