भारत के साथ ही पाकिस्तान में भी मोहर्रम का चांद आज देखने की कोशिश की गई. लेकिन दोनों देशों में चांद का दीदार नहीं हैं. ऐसे में अब दोनों देशों में मोहर्रम का इस्लामिक नया साल 31 जुलाई से शुरू होगा.
Muharram 2022 Moon Sighting, Chand Raat Live Updates: भारत और पाकिस्तान में नहीं दीदार हुआ मोहर्रम का चांद, 31 जुलाई से शुरू होगा इस्लामिक नया साल
बता दें कि चांद अगर 29 का चांद हुआ तो 30 जुलाई को मोहर्रम की 1 तारीख होगी वहीं दूसरी तरफ अगर चांद 30 का हुआ 31 जुलाई को मोहर्रम की 1 तारीख होगी.
Muharram 2022 Moon Sighting, Chand Raat Live Updates: इस्लाम धर्म में मोहर्रम गम का त्योहार है. मुहर्रम को इस्लामिक कैलेंडर 'हिजरी' (Hijri Calendar) का पहला महीना माना जाता है, जिसे इस्लाम धर्म में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. इस महीने को मुस्लिम धर्म के लोग खुशियों के तौर पर नहीं, बल्कि गम और मातक के तौर पर मनाते हैं. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक़, मोहर्रम के पहले दिन से नया इस्लामिक वर्ष शुरू होता है. मोहर्रम साल का पहला महीना होता है. ऐसे में अगर मोहर्रम का चांद आज यानी 29 जुलाई को दिखा तो 30 जुलाई को मोहर्रम की 1 तारीख होगी, वहीं दूसरी तरफ अगर चांद 30 को हुआ तो 31 जुलाई को मोहर्रम की 1 तारीख होगी.
इस्लाम धर्म में बकरीद के बाद गम का त्योहार मोहर्रम मनाने को लेकर पूरे देश के लोग तैयार हैं. ऐसे में भारत में रहने वाले मुसलमान आज मोहर्रम का चांद देखने की कोशिश करेंगे. गम का यह खास त्योहार लखनऊ-भोपाल समेत अन्य शहरों में रहने वाले लोग चांद देखने की कोशश करेंगे. यह भी पढ़े: When Is Muharram 2022 Starting In India: मोहर्रम कब है, और क्यों मनाया जाता है? आशूरा से मोहर्रम का क्या ताल्लुक है?
बता दें कि इस्लाम धर्म में चार माह बेहद पवित्र होते हैं. इसमें एक महीना मोहर्रम का है. मोहर्रम माह में दसवें दिन को आशूरा कहते हैं. इसी महीने से इस्लाम के नए महीने की शुरुआत होता है. आशूरा इस्लामिक कैलेंडर का सबसे बुरा दिन माना जाता है. जिसे मातम के रूप में मनाते हैं. आशूरा के दिन इमाम हुसैन की शहादत की याद में शिया मुस्लिम सम्प्रदाय के लोग काले रंग के कपड़े पहनकर विभिन्न किस्मों के ताजिया के साथ जुलूस निकालते हैं.