Islamic New Year 2019: हिजरी कैलेंडर के अनुसार UAE में 1 सितंबर से शुरू हो सकता है इस्लामिक न्यू ईयर, चांद के दीदार के बाद किया जाएगा ऐलान
इस्लामिक न्यू ईयर 2019/ प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

Muharram 2019: दुनिया भर के मुसलमान इस्लामिक पर्व को मनाने के लिए हिजरी कैलेंडर (Hijri Calendar) का इस्तेमाल करते हैं जो एक चंद्र कैलेंडर है. हिजरी कैलेंडर के अनुसार, इस्लाम में मुहर्रम (Muharram) महीने से नए साल की शुरुआत मानी जाती है. इस्लामिक न्यू ईयर (IslamicNew Year 2019) को अरबी नववर्ष या हिजरी नववर्ष (Hijri New Year) भी कहा जाता है. एक ओर जहां भारत में इस्लामिक न्यू ईयर 30-31 अगस्त से शुरू होने की बात कही जा रही है तो वहीं खगोलविदों (Astronomers) का कहना है कि यूएई (United Arab Emirates-UAE) में इस्लामिक न्यू ईयर यानी हिजरी नववर्ष की शुरुआत 1 सितंबर से हो सकती है. हालांकि इसका ऐलान चांद का दीदार करने के बाद ही किया जाएगा. बताया जा रहा है कि यूएई में 31 अगस्त की शाम को अर्ध चंद्र का दीदार होगा, जिसके बाद रविवार 1 सितंबर 2019 से मुहर्रम महीने की शुरुआत हो सकती है.

इस्लामिक कैलेंडर और खगोलविदों के अनुसार, यूएई के निवासी मुहर्रम या इस्लामिक नववर्ष की छुट्टी 1 सितंबर को मना सकते हैं. खगोलविदों की मानें तो यूएई और दुनिया के कई हिस्सों में चांद का दीदार 31 अगस्त को हो सकता है, जिसका अर्थ है कि इस्लामिक न्यू ईयर यानी मुहर्रम 1441 की शुरुआत 1 सितंबर से हो सकती है. हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा शुक्रवार 30 अगस्त की शाम को चांद देखने वाली समिति (moon sighting committee) की बैठक के बाद की जाएगी.

बता दें कि पिछले साल मुहर्रम का महीना 11 सितंबर 2019 से शुरू हुआ था, ऐसे में कहा जा रहा है कि इस साल यह महीना 1 सितंबर से शुरु हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो यूएई के निवासियों को  30 अगस्त से 1 सितंबर तक का वीकेंड मिलेगा. इसका मतलब यह है कि सरकारी कार्यालय शुक्रवार से रविवार तक तीन दिनों के लिए बंद रहेंगे, जबकि 2 सितंबर, सोमवार से स्कूल खुलेंगे. यह भी पढ़ें: Islamic New Year 2019: इस्लामिक न्यू ईयर की कब से हो रही है शुरुआत, जानें मुस्लिम समुदाय के लिए कितना खास है मुहर्रम का महीना

गौरतलब है कि इस्लामिक कैलेंडर चंद्रमा की गति पर निर्भर है और अमावस्या के दिन से इस्लामी महीने की शुरुआत होती है. हिजरी कैलेंडर के हिसाब से ही मुस्लिम समुदाय के त्योहारों की तारीख निकाली जाती है, जिसमें पहला त्योहार मुहर्रम होता है, लेकिन इसे पर्व की सूची में नहीं रखा गया है, क्योंकि शिया मुस्लिम के लिए यह खुशी का नहीं, बल्कि मातम का दिन होता है, जिसे इमाम हुसैन की याद में शोक के तौर पर मनाया जाता है.