कुंभ-2019: महाशिवरात्रि शाही स्नान पर एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु लगाएंगे डुबकी, आज कुंभ मेले का आखिरी दिन
कुंभ में छठवें स्नान पर्व यानी महाशिवरात्रि पर लगभग एक करोड़ से ज्यादा स्नानार्थियों के डुबकी लगाने का अनुमान कुंभ प्रशासन ने लगाया है. इस महाशिवरात्रि पर बने शुभ संयोग को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. यातायात व्यवस्था पर एक दिन पूर्व से ही प्रशासन मुस्तैद हो गई है...
प्रयागराजः कुंभ (Kumbh 2019) में महाशिवरात्रि पर लगभग एक करोड़ से ज्यादा स्नानार्थियों के डुबकी लगाने का अनुमान कुंभ प्रशासन ने लगाया है. इस महाशिवरात्रि (Mahashivaratri) पर बने शुभ संयोग को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. यातायात व्यवस्था पर एक दिन पूर्व से ही प्रशासन मुस्तैद हो गई है. मेला के सभी मार्गों पर एटीएस और एनएसजी के कमांडों ने मध्यरात्रि से ही घेराबंदी शुरु कर दी है. इसके अलावा कुंभ मेला में नियुक्त हजारों की संख्या में पुलिस बल भी एक दिन पूर्व से ही ड्यूटी पर मुस्तैद कर दिए गए हैं. प्रयागराज, प्रयागघाट, फाफामऊ, दारागंज, नैनी, छिंऊकी रेलवे स्टेशन से भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष बस की व्यवस्था एक बार फिर से चाकचौबंद कर दी गई है. विभिन्न गंतव्य स्थानों से संगम स्थल तक भारी संख्या में सरकारी बसें यात्रियों को मुफ्त यात्रा करवा रही हैं.
यद्यपि बसंत पंचमी के तीसरे शाही स्नान के बाद से ही लगभग सारे मुख्य अखाड़ा यहां से प्रस्थान कर चुके हैं. कल्पवासियों के कैंप भी खाली हो चुके हैं. महाशिवरात्रि से एक दिन पूर्व शहर में हुई बारीश ने भी शहर का पारा गिरा दिया है, लेकिन इससे कुंभ की रौनक में कोई कमी नहीं आयी है. स्नानार्थियों का जोश बरकरार है. कुंभ मेला क्षेत्र से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं, वसंत पंचमी पर अंतिम शाही अखाड़े के बाद लोगों का मानना था कि अब श्रद्धालुओं की भीड़ में क्रमशः कमी आयेगी, मगर बसंत पंचमी के बाद कुंभ क्षेत्र में लगभग 11 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है. शुक्रवार और शनिवार इन दो दिनों में ही करीब पंद्रह लाख से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई. इस वजह से कई बार यातायात व्यवस्था लडखड़ाई मगर प्रशासन की मुस्तैदी से शीघ्र ही स्थिति नियंत्रित कर ली गई.
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सोमवार के दिन कुंभपर्व के ग्रहीय संयोग के कारण महाशिवरात्रि पर शुभ संयोग बनने के कारण महाशिवरात्रि पर भारी संख्या में स्नानार्थियों द्वारा संगम में डुबकी लगाने के कयास लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही पुलवामा हमले के बाद आतंकियों पर भारतीय सेना की कड़ी कार्रवाई के बाद कुंभ मेला की सुरक्षा व्यवस्था और भी चाक-चौबंद कर दी गई है. एसपी सुरक्षा पुष्पेंदु सिंह के अनुसार महाशिवरात्रि पर भी कुंभ स्नान में आने वाले स्नानार्थियों की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है. कुंभ के लगभग सभी प्रवेशद्वारों को महाशिवरात्रि से एक रात पूर्व ही केंद्रीय सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया गया है. संगम क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर एटीएस और एनएसजी के कमांडों देर रात से ही तैनात कर दिए गए हैं.
पिछले चार मुख्य स्नानों की तरह आज यानी शिवरात्रि के दिन भी पूरे कुंभ क्षेत्र पर ड्रोन कैमरों के साथ हेलीकॉप्टरों से कड़ी नजर रखी जा रही है. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए रविवार और सोमवार यानि महाशिवरात्रि के दिन अक्षयवट में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. कुंभ क्षेत्र से जुड़े सभी धार्मिक स्थानों लेटे हनुमान जी के मंदिर, अक्षयवट, अलोपी देवी मंदिर आदि की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इन सभी स्थानों पर एक रात पूर्व से ही सेंट्रल पुलिस फोर्स का कड़ा पहरा लगाया गया है. स्नानार्थियों को किसी तरह की तकलीफ न हो इस पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है.
मेला क्षेत्र का जायजा लेने पर यह देखने को मिला कि सुरक्षाकर्मी स्नानार्थियों से प्रेम पूर्वक व्यवहार और आग्रह कर रहे हैं. कुंभ मेला प्रशासन का मानना है कि माघी पूर्णिमा तक लगभग 23 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु कुंभ में डुबकी लगा चुके हैं. महाशिवरात्रि की सायंकल तक यह संख्या 25 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.
महाशिवरात्रि के इस अंतिम स्नान के पूर्व मंडलायुक्त डॉ आशीष कुमार गोयल और कुंभ मेला अधिकारी सभी स्नान क्षेत्रों की तैयारियों का जायजा लेने के बाद बताया कि स्नान घाटों की साफ-सफाई, चैकर्ड प्लेटों के जोड़ों, पीपा के पुलों और सभी शौचालयों को चुस्त-दुरुस्त कर दिया गया है. सारे सफाईकर्मी अपना काम मुस्तैदी से कर रहे हैं.