Mattu Pongal 2025 Wishes: मट्टू पोंगल की इन शानदार हिंदी Photo Messages, WhatsApp Status, HD Images, Wallpapers के जरिए दें हार्दिक बधाई
दक्षिण भारत में बैल को मट्टू कहा जाता है, जिसे भगवान शिव के वाहन नंदी से जोड़कर देखा जाता है. मट्टू पोंगल के दिन खेती और किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बैलों की पूजा की जाती है. इसके साथ शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है. ऐसे में इस पावन अवसर पर आप इन शानदार विशेज, फोटो मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टेटस, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स को भेजकर मट्टू पोंगल की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
Mattu Pongal 2025 Wishes in Hindi: दक्षिण भारत में मनाए जाने वाले चार दिवसीय पोंगल (Pongal) उत्सव के तीसरे दिन मट्टू पोंगल (Mattu Pongal) मनाया जाता है. इस साल यह त्योहार 16 जनवरी 2025 को मनाया जा रहा है. यह पर्व गाय-बैलों की पूजा-अर्चना को समर्पित है. मट्टू पोंगल के दिन बैलों को स्नान करवाकर उन्हें तैयार किया जाता है. किसान अपने बैलों की सींग पर तेल लगाते हैं और उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाकर उनके गले में नई घंटियां बांधते हैं. इस दिन बैलों को सजाने के अलावा पशु धन के तौर पर गाय और उसके बछड़े की भी पूजा-अर्चना की जाती है. बैलों और पशु धन की पूजा करने के बाद उन्हें चावल, गन्ना, हल्दी और अदरक जैसी चीजें खिलाई जाती हैं. इस पर्व को पारंपरिक तरीके से मनाने और इसकी शुभता बढ़ाने के लिए लोग अपने घरों के मुख्य द्वार पर रंगोली भी बनाते हैं. तमिलनाडु (Tamil Nadu), केरल (Kerala) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों में इस पोंगल को धूमधाम से मनाया जाता है.
दक्षिण भारत में बैल को मट्टू कहा जाता है, जिसे भगवान शिव के वाहन नंदी से जोड़कर देखा जाता है. मट्टू पोंगल के दिन खेती और किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बैलों की पूजा की जाती है. इसके साथ शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है. ऐसे में इस पावन अवसर पर आप इन शानदार विशेज, फोटो मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टेटस, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स को भेजकर मट्टू पोंगल की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
1- मट्टू पोंगल की शुभकामनाएं
2- हैप्पी मट्टू पोंगल
3- मट्टू पोंगल की हार्दिक बधाई
4- मट्टू पोंगल 2025
5- शुभ मट्टू पोंगल
ज्ञात हो कि धान की फसल कटने की खुशी में किसानों द्वारा चार दिवसीय पोंगल पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, जो मुख्य रूप से सूर्य देव और इंद्र देव को समर्पित पर्व है. स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, पोंगल के दौरान सूर्य देव और इंद्र देव की पूजा करने से किसानों पर साल भर उनकी कृपा बनी रहती है, साथ ही बारिश और फसल अच्छी होती है. यही वजह है कि किसान अच्छी बारिश और अच्छी फसल की कामना से सूर्य देव और इंद्र देव की पूजा करते हैं, जबकि तीसरे दिन विशेष रूप से बैलों और पशु धन की पूजा की जाती है.