Margashirsha Guruvar Vrat 2024 Marathi Messages: मार्गशीर्ष गुरुवारच्या हार्दिक शुभेच्छा! प्रियजनों संग शेयर करें ये मराठी WhatsApp Wishes, Facebook Greetings और Quotes
महाराष्ट्र में महालक्ष्मी व्रत को मार्गशीर्ष गुरुवार व्रत के रूप में जाना जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से मां लक्ष्मी की कृपा के साथ-साथ धन, सफलता और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ऐसे में इस बेहद खास अवसर पर आप इन भक्तिमय मराठी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स को प्रियजनों संग शेयर करके उन्हें मराठी में मार्गशीर्ष गुरुवारच्या हार्दिक शुभेच्छा कह सकते हैं.
Margashirsha Guruvar Vrat 2024 Marathi Messages in Hindi: हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी को धन और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है. हर साल कार्तिक मास की अमावस्या यानी दीपावली के दिन माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) की पूजा करके सुख-समृद्धि की कामना की जाती है, लेकिन मार्गशीर्ष मास में देवी लक्ष्मी की पूजा को अत्यंत फलदायी माना जाता है. मार्गशीर्ष महीने (Margashirsha Month) में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और श्रीकृष्ण की पूजा का विधान है, जबकि महाराष्ट्र में इस महीने के हर गुरुवार को भक्त मार्गशीर्ष गुरुवार का व्रत रखते हैं, जिसे महालक्ष्मी व्रत (Mahalakshmi Vrat) के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भक्त व्रत रखकर अपने जीवन की सभी समस्याओं और दुखों से मुक्ति पाने की कामना करते हैं. मान्यता है कि मार्गशीर्ष गुरुवार का व्रत (Margashirsha Guruvar Vrat) व पूजन करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.
महाराष्ट्र में महालक्ष्मी व्रत को मार्गशीर्ष गुरुवार व्रत के रूप में जाना जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से मां लक्ष्मी की कृपा के साथ-साथ धन, सफलता और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ऐसे में इस बेहद खास अवसर पर आप इन भक्तिमय मराठी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स को प्रियजनों संग शेयर करके उन्हें मराठी में मार्गशीर्ष गुरुवारच्या हार्दिक शुभेच्छा कह सकते हैं.
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, मार्गशीर्ष का महीना भगवान श्रीकृष्ण और माता लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है. इस पावन महीने में महिलाएं मार्गशीर्ष गुरुवार व्रत का पालन करती हैं. इस साल मार्गशीर्ष गुरुवार व्रत की शुरुआत 5 दिसंबर से हो रही है, जबकि मार्गशीर्ष गुरुवार का आखिरी यानी चौथा व्रत 26 दिसंबर को रखा जाएगा. दरअसल, हिंदू पंचांग का नौंवा महीना मार्गशीर्ष या अगहन कहलाता है. इस माह के प्रत्येक गुरुवार को बेहद शुभ माना जाता है और इस दिन देवी महालक्ष्मी की पूजा की जाती है.