Mahavir Jayanti 2024 HD Images: शुभ महावीर जयंती! शेयर करें ये मनमोहक WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo Wishes और Wallpapers
भगवान महावीर का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुंडलपुर में हुआ था. इंद्रियों को नियंत्रित करने में असाधारण कौशल दिखाने के बाद उन्हें महावीर नाम मिला. यह व्यापक तौर पर माना जाता है कि 72 साल की उम्र में उन्हें निर्वाण की प्राप्ति हुई थी. महावीर जयंती पर आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो विशेज और वॉलपेपर्स को भेजकर शुभ महावीर जयंती कह सकते हैं.
Mahavir Jayanti 2024 HD Images: जैन समुदाय के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में शुमार महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) को भगवान महावीर (Bhagwan Mahavir) के जन्मोत्सव के तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर हैं, जिनकी जयंती आज (21 अप्रैल 2024) मनाई जा रही है. हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान महावीर का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुंडलपुर में हुआ था. हालांकि उनके जन्म वर्ष को लेकर अलग-अलग मत हैं. श्वेतांबर जैनियों की मानें तो भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व में हुआ था, जबकि दिगंबर जैन 615 ईसा पूर्व को उनका जन्म वर्ष मानते हैं. भगवान महावीर के पिता राजा सिद्धार्थ और माता रानी त्रिशला ने जन्म के बाद उनका नाम वर्धमान रखा था.
कहा जाता है कि महावीर जब 30 साल के हुए तो उन्होंने सत्य की खोज में अपना सिंहासन और परिवार छोड़ दिया. इसके बाद वो 12 साल तक एक तपस्वी की तरह निर्वासन में रहे. इंद्रियों को नियंत्रित करने में असाधारण कौशल दिखाने के बाद उन्हें महावीर नाम मिला. यह व्यापक तौर पर माना जाता है कि 72 साल की उम्र में उन्हें निर्वाण की प्राप्ति हुई थी. महावीर जयंती पर आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो विशेज और वॉलपेपर्स को भेजकर शुभ महावीर जयंती कह सकते हैं.
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गौरतलब है कि जैन समुदाय के लोग महावीर जयंती पर कई उत्सवों में भाग लेते हैं. इस दिन भगवान महावीर की प्रतिमा का सुगंधित तेल से अभिषेक करते हैं. इस दिन प्रभातफेरी और भव्य जुलूस के साथ पालकी यात्रा निकाली जाती है. इस पर्व को शांति और सद्भाव के लिए मनाया जाता है, इसके साथ ही भगवान महावीर की शिक्षाओं का प्रसार किया जाता है. महावीर और जैन धर्म की शिक्षाओं का पाठ भिक्षुओं और भिक्षुणियों द्वारा किया जाता है.