Mahatma Gandhi Punyatithi 2024 Quotes: जीवन को सहज बनाने वाले महात्मा गांधी के प्रेरक और प्रभावशाली कोट्स!
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, स्वराज और भारत-छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया. उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भारत के स्वतंत्रता संग्राम को समर्पित कर दिया. अंततः देश को आजादी दिलाने में सफल रहे. उनकी पुण्यतिथि
Inspirational Quotes of Mahatma Gandhi: मोहनदास करमचंद गांधी (Mohandas Karamchand Gandhi) का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर (Porbandar) में हुआ था. पिता करमचंद गांधी पोरबंदर रियासत के दीवान थे, मां पुतलीबाई धार्मिक महिला थीं. 13 वर्ष की उम्र में गांधीजी का विवाह 14 वर्षीय कस्तूरबा कपाड़िया से हुआ. प्रारंभिक शिक्षा राजकोट से पूरी करने के बाद वे वकालत की पढ़ाई हेतु लंदन चले गए. 1915 में भारत लौटने के बाद वह गोपाल कृष्ण गोखले के कहने पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़ गए. उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, स्वराज और भारत-छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया. उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भारत के स्वतंत्रता संग्राम को समर्पित कर दिया. अंततः देश को आजादी दिलाने में सफल रहे. वह एक वकील, राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक थे. उन्होंने युवाओं को प्रेरित करने के लिए ढेरों किताबें, भाषण और लेख लिखे. आइए महातमा गांधीजी की पुण्यतिथि (30 जनवरी 1948) पर उनके प्रेरक और प्रभावशाली कोट्स से प्रेरणा लें.
1- खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में खो देना.
2- पहले वे आपको नजरअंदाज करते हैं, फिर आप पर हंसते हैं, फिर वे आपसे लड़ते हैं, फिर आप जीत जाते हैं.
3- ऐसे जियो जैसे तुम्हें कल मरना है. ऐसे सीखो जैसे तुम्हें हमेशा के लिए जीना है.
4- कमजोर कभी माफ़ नहीं कर सकते. माफ़ करना ताकतवर का गुण है.
5- आप में भी वह बदलाव होना चाहिए, जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं.
6- क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं.
7- सोने से पहले इंसान को अपना गुस्सा भूल जाना चाहिए.
8- मनुष्य अपने विचारों का उत्पाद है, वह जो सोचता है वही बनता है.
9- सभी धर्मों का सार एक है, केवल उनके दृष्टिकोण भिन्न हैं.
10- आपका स्वास्थ्य ही आपका वास्तविक धन है, न कि सोने और चांदी के टुकड़े.
गौरतलब है कि भारत में हर साल 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को शहीद दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस अवसर पर हर कोई उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता है. बापू ने अंग्रेजों के खिलाफ सत्य और अहिंसा को ही सबसे शक्तिशाली हथियार बनाया था, इसलिए आज भी उनके विचार लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं.