Maharashtra Day 2021 Messages in Hindi: हर साल 1 मई को महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Day), मजदूर दिवस (Workers' Day) और मई दिवस (May Day) का जश्न मनाया जाता है. 1 मई इतिहास की वह महत्वपूर्ण तारीख है, जब महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) का गठन हुआ था, इसलिए इस दिन भारत के ये दो बड़े राज्य अपना स्थापना दिवस मनाते हैं. कहा जाता है कि भारत जब अंग्रेजों का गुलाम था, तब महाराष्ट्र और गुजरात एक ही राज्य हुआ करते थे, जिसे बॉम्बे प्रदेश कहा जाता था. इस दौरान बॉम्बे प्रदेश में मराठी और गुजराती भाषा बोलने वालों की संख्या काफी अधिक थी. हालांकि मराठी और गुजराती भाषा बोलने वाले लोग अपने-अपने लिए अलग राज्य का गठन करने की मांग करने लगे, जिसके बाद 1 मई 1960 को तत्कालीन नेहरू सरकार ने बॉम्बे प्रदेश को बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम 1960 के तहत महाराष्ट्र और गुजरात इन दो राज्यों में विभाजित कर दिया.
महाराष्ट्र स्थापना दिवस का जश्न महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन महाराष्ट्र में रहने वाले तमाम लोग एक-दूसरे को महाराष्ट्र दिवस के शुभकामना संदेश भेजते हैं और बधाई देते हैं. आप भी महाराष्ट्र दिवस के इस खास अवसर पर इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस को भेजकर अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- मन में स्वतंत्रता,
शब्दों में ताकत,
हमारे खून में पवित्रता,
हमारी आत्मा में गर्व,
हमारे दिलों में जोश,
महाराष्ट्र की इस भावना को सलाम!
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
2- मुझे अपने राष्ट्र से प्यार है,
मुझे अपने भारत से प्यार है,
मुझे अपनी आजादी से प्यार है,
मुझे अपने महाराष्ट्र से प्यार है.
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
3- एकता में गजब की ताकत है,
विभाजित होकर हम हार जाएंगे,
मजबूती के साथ हम आगे बढ़ेंगे,
महाराष्ट्र का नाम रोशन करेंगे.
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
4- महाराष्ट्रीयन होने पर गर्व करें,
क्योंकि भारत का गर्व बढ़ाने के लिए,
महाराष्ट्र अन्य राज्यों के साथ,
मिलकर काम करता है.
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
5- हमे महाराष्ट्र पर गर्व है,
हमें महाराष्ट्रीयन होने पर गर्व है,
हमें मराठी भाषा पर गर्व है,
हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है.
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि अधिनियम 1956 राज्यों के पुनर्गठन के तहत कई राज्यों का गठन किया गया था, तब कन्नड़ भाषी लोगों के लिए कर्नाटक, तेलुगु भाषी लोगों के लिए आंध्र प्रदेश, मलयालम भाषी लोगों के लिए केरल और तमिल भाषी लोगों के लिए तमिलनाडु राज्य की स्थापना की गई, लेकिन उस दौरान मराठी और गुजराती भाषियों को अलग राज्य नहीं मिला था. इसके बाद अधिनियम 1960 के तहत बॉम्बे प्रदेश को महाराष्ट्र और गुजरात नाम के दो राज्यों में विभाजित कर दिया गया था.