Maa Narmada Jayanti 2023 Images: हैप्पी नर्मदा जयंती! शेयर करें ये HD Wallpapers, GIF Greetings, WhatsApp Stickers और SMS

नर्मदा नदी का सर्वाधिक विस्तार मध्य प्रदेश में है, इसलिए यहां धूमधाम से इस पर्व को मनाया जाता है. खासकर नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक में इसकी दिव्यता और भव्यता देखते ही बनती है. इस पर्व की शुभकामना संदेशों के जरिए बधाई दी जाती है. ऐसे में आप भी इन इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स और एसएमएस को भेजकर हैप्पी नर्मदा जयंती कह सकते हैं.

नर्मदा जयंती 2023 (Photo Credits: File Image)

Maa Narmada Jayanti 2023 Images: हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को भगवान शिव (Bhagwan Shiv) के द्वारा मां नर्मदा (Maa Narmada) का धरती पर अवतरण हुआ था, इसलिए इस दिन नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti) मनाई जाती है. नर्मदा नदी के पृथ्वी पर अवतरण दिवस को नर्मदा जयंती के तौर पर मनाया जाता है और देशभर में इस साल 28 जनवरी को यह पर्व मनाया जा रहा है. ऐसी मान्यता प्रचलित है कि नर्मदा नदी में स्नान करने का पुण्य पतितपावनी व मोक्षदायिनी गंगा में स्नान करने बराबर ही होता है. इस दिन नर्मदा नदी में आस्था की डुबकी लगाने के साथ ही फूल, धूप, अक्षत, कुमकुम इत्यादि से मां नर्मदा का पूजन किया जाता है. इसके अलावा कहा जाता है कि इस दिन आटे के 11 दीप जलाकर जल में प्रवाहित करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

नर्मदा नदी का सर्वाधिक विस्तार मध्य प्रदेश में है, इसलिए यहां धूमधाम से इस पर्व को मनाया जाता है. खासकर नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक में इसकी दिव्यता और भव्यता देखते ही बनती है. इस पर्व की शुभकामना संदेशों के जरिए बधाई दी जाती है. ऐसे में आप भी इन इमेजेस, एचडी वॉलपेपर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स और एसएमएस को भेजकर हैप्पी नर्मदा जयंती कह सकते हैं.

1- नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं

नर्मदा जयंती 2023 (Photo Credits: File Image)

2- नर्मदा जयंती की बधाई

नर्मदा जयंती 2023 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी नर्मदा जयंती

नर्मदा जयंती 2023 (Photo Credits: File Image)

4- शुभ नर्मदा जयंती

नर्मदा जयंती 2023 (Photo Credits: File Image)

5- नर्मदा जयंती 2023

नर्मदा जयंती 2023 (Photo Credits: File Image)

नर्मदा जयंती से जुड़ी प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार जब भगवान शिव तपस्या में लीन थे, तब उनके पसीने से नर्मदा प्रकट हुई थीं. प्रकट होते ही नर्मदा ने अपने अलौकिक सौंदर्य से ऐसी चमत्कारी लीलाएं प्रस्तुत की कि स्वंय भगवान शिव और माता पार्वती चकित रह गए, जिसके बाद उन्होंने उनका नाम नर्मदा रखा, लेकिन उनका एक नाम रेवा भी है. नर्मदा नदी के पवित्र जल में डुबकी लगाने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही उनकी कृपा से दीर्घायु व सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

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