Lakshmi Pujan 2024 Rangoli Designs: दीपावली पर मनमोहक रंगोली से करें मां लक्ष्मी का स्वागत, घर के मुख्य द्वार पर बनाएं ये खूबसूरत डिजाइन्स (Watch Video)
ऐसी मान्यता है कि रंगोली से पर्व की शुभता बढ़ती है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, इसलिए अधिकांश लोग लक्ष्मी पूजन यानी दीपावली पर मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर के मुख्य द्वार पर मनमोहक रंगोली बनाते हैं, रंगोली के पास दीप प्रज्जवलित किए जाते हैं. दीपावली के इस खास अवसर पर आप भी माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए अपने घर के मुख्य द्वार पर रंगोली जरूर बनाएं
Lakshmi Pujan 2024 Rangoli Designs: दीपों के पर्व दिवाली (Diwali) को भारत के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है, जो अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है. पांच दिनों तक मनाए जाने वाले दिवाली उत्सव (Diwali Utsav) की शुरुआत 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस (Dhanteras) से हुई है और समापन 03 नवंबर 2024 को भाई दूज (Bhai Dooj) के साथ होगा, जबकि इस पांच दिवसीय उत्सव का सबसे महत्वपूर्ण पर्व दीपावली (Deepawali) यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) आज (31 अक्टूबर 2024) है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस दिन प्रदोष काल के स्थिर लग्न में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए साफ-सफाई करके घर को सजाया जाता है और घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाई जाती है.
ऐसी मान्यता है कि रंगोली से पर्व की शुभता बढ़ती है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, इसलिए अधिकांश लोग लक्ष्मी पूजन यानी दीपावली पर मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर के मुख्य द्वार पर मनमोहक रंगोली बनाते हैं, रंगोली के पास दीप प्रज्जवलित किए जाते हैं. दीपावली के इस खास अवसर पर आप भी माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए अपने घर के मुख्य द्वार पर रंगोली जरूर बनाएं. इसके लिए आप इन ट्यूटोरियल वीडियोज की मदद भी ले सकते हैं.
हैप्पी दिवाली रंगोली डिजाइन
लक्ष्मी पूजन रंगोली डिजाइन
शुभ लक्ष्मी पूजन रंगोली डिजाइन
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दीया और कमल वाली खूबसूरत रंगोली
लक्ष्मी पूजन आसान रंगोली डिजाइन
दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का विशेष विधान है. इस दिन संध्या और रात्रि के समय शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा की जाती है. दिवाली पर लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल के दौरान स्थिर लग्न और अमावस्या तिथि पर करना सबसे उत्तम माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि प्रदोष काल और स्थिर लग्न में पूजा करने से मां लक्ष्मी घर पर अंश रूप में ठहर जाती हैं. शाम के समय पूजा के लिए पूरे घर को फूल और पत्तियों से सजाएं, दरवाजों पर तोरण लगाएं और इन ट्यूटोरियल वीडियोज की मदद से मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर के मुख्य द्वार पर रंगोली जरूर बनाएं.