Kajari Teej 2024 Messages: हैप्पी कजरी तीज! सखी-सहेलियों संग शेयर करें ये शानदार हिंदी WhatsApp Wishes, Shayaris, GIF Greetings और Photo SMS
कजरी तीज के दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र, तरक्की, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए शिव-पार्वती की पूजा करती हैं. इसके साथ ही शुभकामनाएं दी जाती हैं. ऐसे में इस अवसर पर आप भी इन शानदार हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, शायरी, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और फोटो एसएमएस को अपनी सखी-सहेलियों संग शेयर कर उन्हें हैप्पी कजरी तीज कह सकती हैं.
Kajari Teej 2024 Messages in Hindi: आज (22 अगस्त 2024) विवाहित महिलाएं कजरी तीज का त्योहार मना रही हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, कजरी तीज के पर्व को हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जिसे कजली तीज (kajali Teej), बूढ़ी तीज (Budhi Teej) या सातूड़ी तीज (Satudi Teej) जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है. सावन मास में हरियाली तीज को मनाने के बाद महिलाएं पूरे श्रद्धाभाव से कजरी तीज के पर्व को भी मनाती हैं. इस दिन अपने पति की लंबी उम्र, अच्छी सेहत और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना से विवाहित महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं, जबकि विवाह योग्य कुवांरी कन्याएं अच्छे वर की कामना से यह व्रत करती हैं. इस दिन अखंड सौभाग्य की सामना से भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधा से पूजा की जाती है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में कजरी तीज धूमधाम से मनाई जाती है.
कजरी तीज के दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र, तरक्की, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए शिव-पार्वती की पूजा करती हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार, शिव-पार्वती की जोड़ी को सबसे श्रेष्ठ माना जाता है, इसलिए महिलाएं उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए इस व्रत को करती हैं. इसके साथ ही शुभकामनाएं दी जाती हैं. ऐसे में इस अवसर पर आप भी इन शानदार हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, शायरी, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और फोटो एसएमएस को अपनी सखी-सहेलियों संग शेयर कर उन्हें हैप्पी कजरी तीज कह सकती हैं.
कजरी तीज का व्रत रखने वाली महिलाएं और कन्याएं अपने हाथों में मेहंदी रचाती हैं, फिर सोलह श्रृंगार करने के बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं. इस व्रत में नीमड़ी माता की पूजा का भी विधान है. पूजन के दौरान नीमड़ी माता को गेंहू, चावल, चना, घी और मेवों से बने प्रसाद का भोग अर्पित किया जाता है, फिर रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि कजरी तीज के दिन निर्जल व्रत रखकर पूरे भक्तिभाव के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य, जबकि कुवांरी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है.