Jagannath Rath Yatra 2023 Messages: जगन्नाथ रथ यात्रा की इन हिंदी WhatsApp Wishes, Facebook Greetings, Quotes के जरिए दें शुभकामनाएं
हर साल आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा में भक्तों का जनसैलाब उमड़ता है. देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु रथ यात्रा में हिस्सा लेकर भगवान के रथ को खींचते हैं. इसके साथ ही रथ यात्रा के बधाई संदेश भी लोगों को भेजे जाते हैं. ऐसे में आप भी इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स के जरिए जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Jagannath Rath Yatra 2023 Messages in Hindi: ओडिशा के पुरी में आयोजित होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) दुनिया भर में प्रसिद्ध है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत होती है और यह उत्सव पूरे 10 दिनों तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. आज यानी 20 जून से जगन्नाथ रथ यात्रा की भव्य शुरुआत हो रही है. दरअसल, रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ (Bhagwan Jagannath), उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की प्रतिमाओं को तीन अलग-अलग दिव्य रथों पर नगर भ्रमण कराया जाता है. इसके बाद तीनों को रथ यात्रा (Rath Yatra) के जरिए उनकी मौसी के घर यानी गुंडीचा मंदिर ले जाया जाता है. हिंदू धर्म में जगन्नाथ रथ यात्रा का विशेष महत्व है, इस यात्रा के पीछे यह मान्यता है कि भगवान अपने गर्भगृह से निकलकर प्रजा का हाल जानते हैं.
हर साल आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा में भक्तों का जनसैलाब उमड़ता है. देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु रथ यात्रा में हिस्सा लेकर भगवान के रथ को खींचते हैं. इसके साथ ही रथ यात्रा के बधाई संदेश भी लोगों को भेजे जाते हैं. ऐसे में आप भी इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स के जरिए जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- नगर पुरी के नाथ हैं,
जगत के आधार,
राम, कृष्ण, कल्कि,
यही नारायण अवतार.
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं
2- जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ,
सब के सिर पर तेरा हाथ,
संग-संग सदा नाथ का साथ,
कैसे कोई हो सकता है अनाथ.
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं
3- हे प्रभु जगन्नाथ थाम मेरा हाथ,
अपने रथ में ले चल मुझे साथ,
लुभाए न मुझको अब कोई पदार्थ,
मेरा तो बस अब एक ही स्वार्थ,
धर्म युद्ध हो या कर्म युद्ध,
तू बने सारथी, मैं बनूं पार्थ.
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं
4- रथ की रस्सी को तो,
थामेंगे हमारे ये दोनों हाथ,
हमारे जीवन की रस्सी को,
थामे भगवान जगन्नाथ.
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं
5- जिनकी दृष्टि से त्रिभुवन सनाथ,
वो जग के मालिक जग के नाथ,
फैलाकर आज अपने दोनों हाथ,
आए अपनाने हमें स्वयं जगन्नाथ.
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं
कहा जाता है कि जो भी भक्त इस यात्रा में शामिल होकर भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचते हैं, उनके सभी दुख-दर्द और पापों का नाश होता है. इसके साथ ही उन्हें सौ यज्ञों के बराबर पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. बता दें कि रथ यात्रा निकालने से 15 दिन पहले ही जगन्नाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. दरअसल, ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद भगवान 15 दिन के लिए एकांतवास में चले जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा को देव स्नान के दौरान नहाने के बाद भगवान बीमार हो जाते हैं, इसलिए एकांत में उनका इलाज किया जाता है.