International Lefthanders Day 2020: लेफ्ट हैंडर्स के लिए बेहद खास है यह दिन, जानें इसका इतिहास, महत्व और इस दिवस से जुड़े रोचक तथ्य
सदियों से लैफ्ट हैंडर्स की प्रतिभाएं वैश्विक सफलता और मानव जाति की सेवा में अपना योगदान देती रही हैं, लेकिन लेफ्ट हैंडर्स का जश्न मनाने के लिए साल 1976 में पहली बार 13 अगस्त को इंटरनेशनल लेफ्ट हैंडर्स डे मनाया गया था. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लेफ्ट हैंडर्स की उपलब्धियों को स्वीकार करना और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, जहां राइट हैंडर्स को ज्यादा महत्व दिया जाता है.
International Lefthanders Day 2020: करीब 1600 के दशक में एक ऐसा समय था, जब लेफ्ट हैंडर्स पर जादू टोना करने का आरोप लगाया गया था, लेकिन जैसे-जैसे सदियां बीतती गईं, दुनिया ने कुछ असाधारण लोगों के जन्म और शासन देखे, जिन्होंने दुनिया को हमेशा के लिए बदल दिया. इनमें लियोनार्डों दा विंची (Leonardo da Vinci), नेपोलियन बोनापार्ट (Napoleon Bonaparte), अल्बर्ट आइंस्टाइन (Albert Einstein), जूलियस सीजर (Julius Caesar), मैरी क्यूरी (Marie Curie), नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong), हेनरी फोर्ड (Henry Ford), पेले (Pele), विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill), प्रिंस विलियम (Prince William), जॉर्ज बुश (George Bush), बिल क्लिंटन (Bill Clinton), बराक ओबामा (Barack Obama), बिल गेट्स (Bill Gates), अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), चार्ली चैपलिन (Charlie Chaplin), टॉम क्रूज (Tom Cruise) जैसी कई दिग्गज हस्तियों के नाम शामिल हैं.
क्या है इस दिवस का इतिहास?
दरअसल, सदियों से लैफ्ट हैंडर्स की प्रतिभाएं वैश्विक सफलता और मानव जाति की सेवा में अपना योगदान देती रही हैं, लेकिन लेफ्ट हैंडर्स (Lefthanders) का जश्न मनाने के लिए साल 1976 में पहली बार 13 अगस्त को इंटरनेशनल लेफ्ट हैंडर्स डे (International Lefthanders Day ) मनाया गया था. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लेफ्ट हैंडर्स की उपलब्धियों को स्वीकार करना और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, जहां राइट हैंडर्स को ज्यादा महत्व दिया जाता है.
लेफ्ट हैंडर्स होते हैं खास
वैज्ञानिको ने बाएं और दाएं हाथ का इस्तेमाल करने वाले लोगों के डीएनए के कुछ हिस्सों में अंतर का अध्ययन करने और पहचानने की कोशिश की है. साल 2019 में किया गया एक अध्ययन करीब 9,000 ब्रिटिश विषयों के मस्तिष्क को स्कैन करने पर आधारित था. अध्ययन में पाया गया कि लेफ्ट हैंडर्स के मस्तिष्क के दाएं और बाएं हिस्से में भाषा बेहतर ढंग से काम करती है. अन्य तथ्यों के अनुसार बाएं हाथ के लोग मौखिक तर्क में दाएं हाथ के लोगों से बेहतर होते हैं. हालांकि स्कूल लाइफ में उनके संघर्ष की संभावना अधिक होती है, लेकिन बॉक्सिंग या तलवारबाजी जैसे खेलों में बढ़त रखते है और इसमें वो अपने दाहिने हाथ का इस्तेमाल करने वाले विरोधियों को आसानी से हैरत में डाल सकते हैं.
ऐसा कहा जाता है कि दुनिया भर में लेफ्ट हैंडर्स की केवल 10 से 15 फीसदी की आबादी बची हुई है, जिनके लिए कैंची, खिलौने, वाहन और स्कूल डेस्क को विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं, लेकिन उनके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली ये चीजें दाहिने हाथ का इस्तेमाल करने वालों की तुलना में अधिक महंगी होती हैं. महात्मा गांधी, अमिताभ बच्चन, रतन टाटा, करण जौहर, सचिन तेंदुलकर जैसी कई दिग्गज हस्तियों ने भारत का नाम दुनिया में रोशन किया है. चीन, जापान और अन्य एशियाई देशों में लेफ्ट हैंडर्स की तादात पश्चिम की तुलना में बहुत कम है. एक और आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि हाल के छह अमेरिकी राष्ट्रपतियों में 4 लेफ्ट हैंडर्स रह चुके हैं, जिनमें रोनाल्ड रीगन, जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा का नाम शामिल है.
इस दिवस का महत्व
इस दिवस को मनाए जाने का मकसद राइट हैंडर्स की दुनिया में लेफ्ट हैंडर्स के संघर्ष और चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली कठिनाइयों को समझना जैसे कि उन्हें सड़क के दाईं ओर कैसे चलना है, राइट हैंड के लिए डिजाइन की गई चीजों का उपयोग कैसे करना है इत्यादि. गौरतलब है कि लेफ्ट हैंडर्स के खिलाफ भेदभाव को समाप्त करने के लिए इंटरनेशनल लेफ्ट हैंडर्स डे मनाया जाता है.