Indira Ekadashi 2024 Wishes: शुभ इंदिरा एकादशी! प्रियजनों संग शेयर करें ये भक्तिमय हिंदी WhatsApp Messages, Quotes और Facebook Greetings
इंदिरा एकादशी के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त होने के बाद श्रीहरि की विधिवत पूजा करनी चाहिए. इस दिन पितरों के निमित्त श्राद्ध विधि और ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए, साथ ही गाय, कौवे और कुत्ते को भी भोजन देना चाहिए. इस दिन शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है, इस अवसर पर आप भी इन भक्तिमय हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स और फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए शुभ इंदिरा एकादशी कह सकते हैं.
Indira Ekadashi 2024 Wishes in Hindi: जगत के पालनहार भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) यानी श्रीहरि को एकादशी तिथि अत्यंत प्रिय है और एकादशी का व्रत हर महीने में दो बार किया जाता है. इस तरह से साल में कुल 24 एकादशी तिथियां आती हैं, जिनका अलग-अलग महत्व बताया जाता है. इनमें भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi) के नाम से जाना जाता है. पितृपक्ष में पड़ने वाली इस एकादशी का महत्व और अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि इस व्रत के प्रभाव से न केवल व्रत करने वालों को पुण्यफलों की प्राप्ति होती है, बल्कि इससे पितरों को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस साल इंदिरा एकादशी का व्रत 28 सितंबर 2024 को रखा जा रहा है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखकर विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है.
इंदिरा एकादशी के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त होने के बाद श्रीहरि की विधिवत पूजा करनी चाहिए. इस दिन पितरों के निमित्त श्राद्ध विधि और ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए, साथ ही गाय, कौवे और कुत्ते को भी भोजन देना चाहिए. इस दिन शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है, इस अवसर पर आप भी इन भक्तिमय हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स और फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए शुभ इंदिरा एकादशी कह सकते हैं. यह भी पढ़ें: Indira Ekadashi 2024: इंदिरा एकादशी की विशिष्ठ पूजा-अनुष्ठान से पितरों की अशांत आत्मा को मिलती है मुक्ति!
ऐसी मान्यता है कि इंदिरा एकादशी के दिन व्रत रखने से पितरों की आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है, जिनकी कुंडली में पितृदोष है, उन्हें इस एकादशी का व्रत रखना चाहिए. श्राद्ध पक्ष के दौरान इस व्रत को मृत पूर्वजों और पितरों की मुक्ति के लिए किया जाता है. इसके साथ ऐसा कहा जाता है कि इस एकादशी का व्रत रखने वाले को स्वर्ग की प्राप्ति होती है और वो जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्त हो जाता है. एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है, इसलिए जो भी भक्त एकादशी का व्रत भक्ति भाव के साथ करता है उस पर भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं.