Holi 2022 Special: रंगभरी होली (Holi 2022) के अब बस कुछ ही दिन शेष हैं. होली की विशिष्ठता हैं कुछ खास एवं पारंपरिक व्यंजन, जिनके बिना होली की मस्ती पूरी नहीं हो सकती, यही वजह है कि होली के एक सप्ताह पूर्व से ही घरों में विभिन्न किस्म के स्वादिष्ट पकवान बनने शुरु हो जाते हैं. हर कोई चाहता है कि वह परंपराओं का पालन करते हुए कुछ नये स्वाद और अंदाज वाले व्यंजन बनाये, ताकि होली पर घर आया अतिथि आपके व्यंजनों के स्वाद को ताउम्र याद रखे.
अगर आप भी कुछ ऐसा ही चाहते हैं तो यहां कुछ विशिष्ठ व्यंजन लेकर हम आये हैं, जो स्वादिष्ट एवं सेहतमंद भी हैं. ये रेसिपीज शेफ राघवेंद्र द्वारा दी गई है जो Meetha by Radisson में कार्यरत हैं. सबसे पहले शुरुआत करेंगे चाशनी वाली गुझिया की. यह भी पढ़ें: Happy Holi 2022: जानें, देश के अलग-अलग हिस्सों में कैसे मनाया जाता है रंगों का त्यौहार
विभिन्न किस्मों की गुझिया होली का प्रतीक होता है. गुझिया बिना होली अधूरी ही मानी जाती है. यहां हम चासनी वाली गुझिया को कुछ विशेष अंदाज में बनाने की विधि आपको बताने जा रहे हैं.
चासनी गुझिया रेसिपी
सामग्रीः
चम्मच मैदा 250 ग्राम
चम्मच घी 50 ग्राम
रिफाइंड तेल आधा लीटर
काजू, किशमिश, बादाम के 10-10 टुकड़े (इनके छोटे-छोटे टुकड़े कर लें)
छोटी इलायची 10 पीस (बारीक पीस लें)
किशमिश
खोवा आधा किलो
विधिः
एक बर्तन में 250 ग्राम फ्रेश मैदा लें, नरम मुलायम गुझिया के लिए मैदा में 100 ग्राम रिफाइंड आयल मिलाकर मिश्रण को अच्छी तरह मिक्स करें. याद रहे जितना ज्यादा मिश्रण एकसार होगा, गुझिया उतनी ही सॉफ्ट और खस्ती होगी. इसके बाद मैदा में हल्का पानी डालकर गूंथें. मिश्रण में कम से कम पानी डालकर इसे अच्छी तरह गूंधें. अब इसकी छोटी-छोटी लोइयां तैयार कर लें.
एक पेन में दो चम्मच शुद्ध घी डालकर गरम करें. गरम होने पर इसमें खोवा डालकर हलकी आंच पर भूरी रंगत आने तक भूनें. खोया भूनने के बाद इसे एक फैले हुए बड़े बाउल में डालकर ठंडा होने के लिए अलग रख दें.
आधे घंटे बाद भुरभुरे हो चुके खोये को अच्छी तरह मसलें. इसमें कटे हुए ड्राय फ्रूट (पिस्ता छोड़कर) एवं छोटी इलायची का पाउडर डालकर सभी सामग्री को एकसार कर लें. अब गुझिया में भरने के लिए मिश्रण तैयार है.
अब मैदे की तैयार लोइयां को बेल लें. इसमें भरनेवाली सामग्री डालकर इसके मुंह को बंद करें. जब सारी गुझिया बनकर तैयार हो जायें तो इन्हें गरम रिफाइंड तेल में तल लें. सारी गुझिया तलने के बाद एक अलग गहरी कड़ाही में चाशनी बनाकर इसमें सारी गुझिया को ऐसा डालें कि गुझिया चासनी में पूरी तरह से डूब जाये. 12 से 15 मिनट तक चासनी में भीगने के बाद गुझिया तैयार है. परोसने से पूर्व गुझिया पर चांदी का वर्क लगाकर ऊपर से पिस्ता से सजायें.
केसर ठंडाई
रंग खेलने से पूर्व ठंडाई का स्वाद लेना होली की परंपरा है. कुछ लोग इस ठंडाई में भांग मिलाकर सर्व करते हैं और होली का भरपूर मजा लेते हैं. लेकिन भांग का सेवन नुकसानदेह हो सकता है. इसलिए आप स्वादिष्ट ठंडाई का ही प्रयोग करें. इसे स्वादिष्ट कैसे बनाया जा सकता है, आइये हम बताते हैं.
सामग्री
दूध एक लीटर
ठंडाई पाउडर 100 ग्राम
केसर चुटकी भर
बादाम 10 से 12 पीस
7-8 पीस छोटी इलायची
खस का एसेंस (कुछ बूंदे)
चीनी 250 ग्राम (इसे बारीक पीस लें)
विधिः
सर्वप्रथम केसर, बादाम, सौंफ, इलायची पाउडर, खस एसेंस को एक साथ पीस कर पेस्ट तैयार कर लें. अब एक पैन में दूध उबालें. दूध में उबाल आ जाये तो आधा प्याला दूध निकालकर इसमें ठंडाई पाउडर अच्छी तरह से घोल लें. दूध थोड़ा ठंडा होने के बाद इसमें ठंडाई और ड्राय फ्रूट का तैयार लेप मिलाकर ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें. ठंडा होने के बाद सर्व करने से पहले इसमें ऊपर से केसर और ड्राय फ्रूट के टुकड़े छिड़क दें.
घर पर बनायें सीताफल (शरीफा) बासुंदी
होली के पारंपरिक व्यंजनों में बासुंदी भी जरूरी व्यंजनों में गिना जाता है. बाजार में तमाम किस्म के बासुंदी उपलब्ध हैं, लेकिन हम जिस सीताफल (शरीफा) की बासुंदी बनाने विधि आपको बतायेंगे, वह बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं हो सकता. तो आइये देखते हैं सीताफल बासुंदी बनाने की रेसिपी क्या है.
सामग्रीः
दूध एक लीटर
सीताफल के गूदे 200 ग्राम
ड्राय फ्रूट सजाने के लिए (काजू, बादाम, किशमिश, चिरौंजी)
विधिः
एक पैन में एक लीटर दूध को धीमी आंच पर उबालें. जब दूध थोड़ा गाढ़ा हो जाये तो गैस बंद कर दें. दूध को ठंडा होने के लिए रख दें. इसके बाद सीताफल (शरीफा) का गूदा निकाल लें. ध्यान रखें इस गूदे में बीच नहीं होने चाहिए. अब गूदे को ठंडे दूध में डालकर अच्छी तरह मिलायें. कांच के गिलास में परोसने से पहले इस पर ड्रायफ्रूट के टुकड़े डालें.
उम्मीद है होली पर ये झटपट तैयार होनेवाले विशिष्ठ व्यंजन आपको अवश्य पसंद आये होंगे, आप अपने होली मित्रों का स्वागत कुछ मीठे से कर सकते हैं.