Onam 2020 Greetings & HD Images In Hindi: केरल (Kerala) में आज (22 अगस्त 2020) से दस दिवसीय ओणम पर्व की शुरुआत हो गई है. देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले केरलवासी इस पर्व को बहुत धूमधाम से मनाते हैं. मलयाली पंचांग कोलावर्षम के पहले महीने चिंगम (Chingam) में ओणम (Onam) का त्योहार मनाया जाता है, जिसे फसलों और किसानों का प्रमुख पर्व माना जाता है. इसके अलावा प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, कहा जाता है कि ओणम के दौरान राक्षसों के जारा महाबली अपनी प्रजा से मिलने के लिए पाताल लोक से धरती पर आते हैं. ओणम के पहले दिन को अथम (Atham) और उत्सव के समापन यानी आखिरी दिन को थिरुओणम (Thiruvonam) कहा जाता है.
ओणम का पर्व ऐसे समय में मनाया जाता है, जब दक्षिण भारत में चाय, इलायची, अदरक और धान जैसी कई फसलें पककर तैयार होती हैं. इस खास अवसर पर हम आपके लिए लेकर आए हैं ओणम 2020 के ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टेटस, जीआईएफ विशेज, फेसबुक मैसेजेस, फोटो एसएमएस, वॉलपेपर्स और कोट्स, जिन्हें भेजकर आप अपनों को इस पर्व की हार्दिक बधाई दे सकते हैं.
1- अपने घर को फूलों की रंगोली से सजाएं,
स्वादिष्ट पकवानों का लुत्फ उठाएं,
राजा महाबली का धूमधाम से स्वागत करें,
इस त्योहार का पूरे परिवार के साथ आनंद उठाएं.
ओणम की शुभकामनाएं
2- ओणम के शुभ अवसर पर,
आपके जीवन में खुशहाली आए,
अच्छा स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि मिले,
आपको और आपके पूरे परिवार को,
ओणम की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.
ओणम की शुभकामनाएं
3- ओणम के खास अवसर पर हमारी शुभकामनाएं स्वीकार करें,
ओणम का यह पर्व आपके जीवन में खुशहाली लेकर आए,
परिवार के साथ हर्षोल्लास के साथ आप ये पर्व मनाएं,
आइए दिल खोलकर खुशियों के साथ यह उत्सव मनाएं.
ओणम की शुभकामनाएं
4- ओणम के दिन घर के द्वार को रंगोली से सजाएं,
नए कपड़े और लजीज पकवानों का आनंद उठाएं,
परिवार और बच्चों के संग इस पर्व को खुशी-खुशी मनाएं.
ओणम का यह पर्व आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाए.
ओणम की शुभकामनाएं
5- ओणम के साथ ही आपके जीवन में नई रोशनी आए,
आपके जीवन में उन्नति के नए रास्ते खुलते रहे,
खुशियां सदा के लिए आपके जीवन में बस जाए,
आपको और आपके परिवार को ओणम की बधाई.
ओणम की शुभकामनाएं
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, असुर राजा महाबली ने अपने पराक्रम से स्वर्गलोक पर भी अपना अधिकार जमा लिया था, जिससे भयभीत देवताओं ने भगवान विष्णु से मदद की गुहार लगाई. इसके पश्चाम वामन अवतार लेकर भगवान विष्णु महाबली के पास पहुंचे और उनसे तीन पग भूमि की मांग की. राजा महाबली ने उनसे तीन पग भूमि लेने के लिए कहा तो उन्होंने अपने दो पग में पृथ्वी और आकाश को नाप लिया, जिसके बाद महाबली ने उनके तीसरे पग को रखने के लिए अपनी सिर उनके सामने झुका दिया.
इसके बाद वामन ने महाबली को पाताल लोक भेज दिया, लेकिन उसकी भक्ति से वे इतने प्रसन्न हुए कि उन्होंने महाबली को हर साल अपनी प्रजा से मिलने और अपनी भूमि पर जाने का वरदान दिया, इसलिए इस पर्व को राजा महाबली की यात्रा का प्रतीक भी माना जाता है.