Guru Gobind Singh Jayanti 2024 Messages in Hindi: आज (17 जनवरी 2024) सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी की 357वीं जयंती (Guru Gobind Singh Jayanti) मनाई जा रही है, जबकि नानकशाही कैलेंडर के अनुसार, हर साल पौष महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को उनकी जयंती मनाई जाती है, जिसे प्रकाश पर्व (Prakash Parv) के तौर पर भी जाना जाता है. गुरु गोबिंद सिंह जी (Guru Gobind Singh Ji) ने खालसा पंथ की स्थापना आनंदपुर साहिब में 1699 को बैसाखी के दिन की थी. इस दौरान उन्होंने खालसा वाणी दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह. इसके साथ ही उन्होंने खालसा पंथ में जीवन के पांच सिद्धांत दिए हैं, जिन्हें पंच ककार के नाम से जाना जाता है. पंच ककार में ‘क’ शब्द से शुरू होने वाले केश, कड़ा, कृपाण, कंघा और कच्छा जैसे पांच सिद्धांत हैं, जिनका अनुसरण हर खालसा सिख के लिए अनिवार्य है.
सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म पटना में हुआ था, जिसे अब पटना साहिब के नाम से जाना जाता है. गुरु गोबिंद सिंह को बचपन में गोविंद राय के नाम से पुकारा जाता था और उनके पिता का नाम गुरु तेग बहादुर था. गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती के इस खास अवसर पर आप इन शानदार हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज और जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर प्रियजनों को बधाई दे सकते हैं.
1- किसी ने पूछा तेरा कारोबार कितना है,
किसी ने पूछा तेरा परिवार कितना है,
कोई विरला अजूबा ही पूछता है,
गुरु तेरे नाल प्यार कितना है...
हैप्पी गुरु गोबिंद सिंह जयंती
2- वाहे गुरु... आशीष सदा रहे तेरी,
तेरी दया पर चलती रहे जिंदगी मेरी,
जब भी आए कोई मुश्किल,
तू ही दिखाए मुझको मंजिल...
हैप्पी गुरु गोबिंद सिंह जयंती
3- जब भी आए कोई मुश्किल,
गुरु कर देंगे उसे हल,
कृपा रहेगी गुरु की,
मिल जाएगी मंजिल,
हो जाएंगे सफल.
हैप्पी गुरु गोबिंद सिंह जयंती
4- आशीर्वाद मिले गुरु का,
जिंदगी बने निराली,
गोबिंद सिंह की कृपा हो और,
हर घर में छाए खुशहाली.
हैप्पी गुरु गोबिंद सिंह जयंती
5- सिर पर मेरे है गुरुवर का हाथ हर पल,
हरदम वो मेरे साथ हैं यही है विश्वास,
हर पल राह वही दिखाएंगे,
मेरे सारे बिगड़े काम बनाएंगे.
हैप्पी गुरु गोबिंद सिंह जयंती
गौरतलब है कि गुरु गोबिंद सिंह जी न सिर्फ एक महान योद्धा थे, बल्कि वे कई भाषाओं के जानकार, अच्छे लेखक और विद्वान भी थे. गुरु गोबिंद सिंह जी को महज 9 साल की उम्र में गुरु बना दिया गया था, उन्होंने 11 नवंबर 1675 को गुरु पद की जिम्मेदारी ली थी. इसके बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा में गुजार दिया. गुरु गोबिंद सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित करते हुए गुरु परंपरा को खत्म किया था और इसके लिए उन्होंने सन 1699 को खालसा पंथ की स्थापना की थी. सिख समुदाय के लोग गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती को बहुत धूमधाम से मनाते हैं.