21 Apr, 20:33 (IST)

देशभर में ईद का चांद नजर आने के साथ ही महाराष्ट्र में भी ईद का चांद नजर आया. ईद का चांद नजर आने के बाद कल भारत समेत पूरे महाराष्ट्र में ईद-उल-फितर की नमाज पढ़ी जायेगी.

21 Apr, 19:42 (IST)

मुंबई में चांद नजर आने के बाद महाराष्ट्र के जलगांव में भी ईद का चांद नजर आया है. इस का चांद नजर आने के बाद कल 22 अप्रैल को ईद की मनाज पढ़ी जाएगी.

21 Apr, 19:32 (IST)

मुंबई में भी ईद का चांद नज नजर आया है. ईद का चांद नजर आने के बाद महाराष्ट्र में भी कल यानी शनिवार को ईद-उल-फितर की नमाज पढ़ी जायेगी.

21 Apr, 19:24 (IST)

देश ईद का चांद नजर आने के बाद महराष्ट्र समेत पूरे भारत में कल यानी शनिवार को मनाई जायेगी ईद

21 Apr, 18:39 (IST)

रमजान का पाक महीने की आज 29वां रोजा है. महाराष्ट्र में आज ईद का चांद नजर आता है तो कल यानी शनिवार को ईद-उल-उतर की नमाज पढ़ी जाएगी.

21 Apr, 18:25 (IST)

सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में गुरुवार को चांद देखें जाने के बाद शुक्रवार यानी आज ईद की नमाज पढ़ी गई. वहीं मुंबई, पुणे ,नासिक महाराष्ट्र समेत पूरे भारत में ईद का चांद आज शाम मगरीब की अजान के बाददेखने की कोशिश होगी. चांद नजर आने पर शनिवार को ईद का त्योहार मनाया जायेगा.

Eid Moon Sighting 2023 in Mumbai-Pune-Nashik Live Update: रमजान का यह पाक महीना लोगों के बीच से जाने वाला है. देशभर में आज ईद का चांद देखने की कोशिश होगी. ईद का चांद आज नजर आया तो मुंबई, पुणे, नासिक समेत पूरे महाराष्ट्र में लोग खुशियों का त्योहार ईद शनिवार को मनाएगा. वहीं आज आसमान में चांद नजर नहीं आया तो लोग लोग एक दिन और रोजा रखेंगे. जिसके बाद शनिवार को ईद का त्योहार मनाएगा.

भारत में जहां आज चांद देखने की कोशिश की जायेगी. वहीं सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में गुरुवार को ईद का चांद दिखने के बाद आज ईद की नमाज पढ़ी गई.सऊदी अरब समेत खाड़ी देशो में एक दिन पहले रमजान का रोजा रखा जाता है और एक दिन पहले ईद कीनमाज पढ़ी जाती है. यह भी पढ़े: Alvida Jumma Mubarak 2023 Messages: जुमा-तुल-विदा पर ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes और HD Wallpapers भेजकर करें अलविदा जुमा मुबारक!

भारत में 24 मार्च से रोजा शुरू हुआ. जिसके बाद लोग पूरा दिन  रोजा रखने के बाद शाम को इफ्तार करने के बाद मगरिब की नमाज पढने के बाद ईशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज अदा की.  इस पाक महीने में लोग रोजा रखने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा इबाबाद का रहे हैं. ताकि उनकी दुआ खुद कबूल कर लें