Durva Ashtami 2022 Wishes: दूर्वा अष्टमी पर गणपति बप्पा के इन HD Images, GIF Greetings, WhatsApp Stickers के जरिए दें शुभकामनाएं

भगवान गणेश को अतिप्रिय दूर्वा घास को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और दूर्वा अष्टमी के दिन दूर्वा की पूजा करने से समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं भी देते हैं. ऐसे में आप भी इस अवसर पर गणपति बप्पा के इन मनमोहक एचडी इमेजेस, विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.

दूर्वा अष्टमी 2022 (Photo Credits: File Image)

Durva Ashtami 2022 Wishes in Hindi: भगवान गणेश (Lord Ganesha) की भक्ति और उपासना का दस दिवसीय पर्व गणेशोत्सव (Ganesh Utsav) धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दौरान भक्त गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान गणेश भी अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं. गणेशोत्सव के दौरान गणेश जी की माता ज्येष्ठा गौरी का आह्वान किया जाता है और भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दूर्वा अष्टमी (Durva Ashtami) मनाई जाती है. इस साल अष्टमी तिथि 3 और 4 सितंबर दोनों दिन है. हालांकि कई जगहों पर आज दूर्वा अष्टमी (Durva Ashtami) सेलिब्रेट किया जा रहा है, जबकि उदया तिथि का पालन करने वाले लोग 4 सितंबर को अष्टमी तिथि का पालन करेंगे. दूर्वा घास गणेश जी को अतिप्रिय है, इसलिए उनके पूजन में इसका विशेष तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.

भगवान गणेश को अतिप्रिय दूर्वा घास को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और दूर्वा अष्टमी के दिन दूर्वा की पूजा करने से समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं भी देते हैं. ऐसे में आप भी इस अवसर पर गणपति बप्पा के इन मनमोहक एचडी इमेजेस, विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- दूर्वा अष्टमी की शुभकामनाएं

दूर्वा अष्टमी 2022 (Photo Credits: File Image)

2- दूर्वा अष्टमी की हार्दिक बधाई

दूर्वा अष्टमी 2022 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी दूर्वा अष्टमी

दूर्वा अष्टमी 2022 (Photo Credits: File Image)

4- शुभ दूर्वा अष्टमी

दूर्वा अष्टमी 2022 (Photo Credits: File Image)

5- हैप्पी दूर्वा अष्टमी 2022

दूर्वा अष्टमी 2022 (Photo Credits: File Image)

दूर्वा अष्टमी के दिन दूर्वा घास के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है. इस दिन फूल, फल, अक्षत, दही, धूप-दीप इत्यादि से दूर्वा की पूजा की जाती है. महिलाएं अपने सुखी वैवाहिक जीवन और संतान की लंबी उम्र की कामना से इस दिन व्रत रखकर दूर्वा पूजन करती हैं. इसके साथ ही कहा जाता है कि इस व्रत से घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है.

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