Dattatreya Jayanti 2019 Wishes: इस दत्त जयंती अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को ये हिंदी Facebook Greetings, WhatsApp Stickers, Wallpapers, GIFs, Photo SMS भेजकर दें शुभकामनाएं
दत्त जयंती की बधाई!, (फोटो क्रेडिट्स: फाइल फोटो)

Dattatreya Jayanti 2019 Wishes: दत्त जयंती को दत्तात्रेय जयंती भी कहा जाता है, ये एक हिन्दू देवता हैं जिन्हें दत्तात्रेय के नाम से भी जाना जाता है. ये भगवान, ब्रम्हा (Brahma), विष्णु (Vishnu) और महेश (Mahesh) का त्रिदेव (Tridev) अवतार हैं. दत्त जयंती प्रमुख रूप से महाराष्ट्र में मनाई जाती है. भगवान दत्तात्रेय को सही तरीके से सभ्य जीवन जीने के लिए व्यक्तियों का मार्गदर्शन करने के लिए जाना जाता है. यह महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण उत्सव है जो एकादशी से शुरू होता है और पूर्णिमा तक मनाया जाता है. इसके अलावा दत्त जयंती के सात दिन पहले, श्री गुरुचरित्र का पाठ किया जाता है, जो दत्त जयंती का उत्सव शुरू होने का प्रतीक है. भगवान दत्तात्रेय महर्षि अत्रि और सती अनुसुइया की पुत्र थे. हिंदू पंचांग के अनुसार, दत्तात्रेय का जन्म मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा तिथि को प्रदोषकाल में हुआ था, इसलिए हर साल मार्गशीर्ष पूर्णिमा को दत्त अथवा दत्तात्रेय जयंती (Dattatreya Jayanti) मनाई जाती है.

इस साल दत्त जयंती 11 दिसंबर 2019 को मनाई जाएगी. इस दिन व्रत रखने और विधि विधान से पूजा पाठ करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है. दत्तात्रेय उपनिषद के अनुसार, दत्त जयंती की पूर्व संध्या पर दत्त भगवान का व्रत और पूजा करने वाले भक्तों को कई आशीर्वाद और लाभ मिलते हैं. इस अवसर पर महाराष्ट्र में कई जगहों पर मेले लगते हैं. महिलाएं नए कपड़े पहनती हैं और व्रत रखती हैं, बच्चे सालभर मेला जाने के इस दिन का इंतजार करते हैं. इस दिन लोग एक दूसरे को मैसेजेस भेजकर बधाइयां देते हैं. इस शुभ अवसर पर आप भी नीचे दिए गए विशेज Facebook Greetings, WhatsApp Stickers, Wallpapers, GIFs, Photo SMS के जरिए भेजकर शुभकामनाएं दे सकते हैं.

दत्त जयंती की शुभकामनाएं!

दत्त जयंती की शुभकामनाएं!, (फोटो क्रेडिट्स : फाइल फोटो )

दत्त जयंती की बधाई!

दत्त जयंती की बधाई!, (फोटो क्रेडिट्स: फाइल फोटो )

दत्त जयंती की हार्दिक शुभेच्छा!

दत्त जयंती की हार्दिक शुभेच्छा!(फोटो क्रेडिट्स : फाइल फोटो )

हैप्पी दत्त जयंती!

हैप्पी दत्त जयंती!, (फोटो क्रेडिट्स : फाइल फोट )

श्रीमद् भागवत के अनुसार भगवान दत्तात्रेय ने 24 गुरुओं से शिक्षा हासिल किया था. भगवान दत्त के नाम पर दत्त संप्रदाय का उदय हुआ. गिरनार क्षेत्र श्रीदत्तात्रेय भगवान की सिद्धपीठ है. आशा करते हैं कि ऊपर दिए गए विशेज आपको आपके दोस्तों और रिश्तेदारों को भेजने के काम जरुर आए होंगे.