Chandra Grahan 2023: आज रात साल का पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है. ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. इसलिए नियमानुसार सूतक काल भी मान्य नहीं होगा, लेकिन अधिकांश ज्योतिषियों का सुझाव है कि संभावित जोखिम से बचने के लिए ग्रहण समाप्त होने के पश्चात ये कार्य अवश्य करना चाहिए. विशेषकर गर्भवती महिलाओं को अपने गर्भस्थ शिशु के लिए किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहिए, क्योंकि अतीत में कई बार चंद्र ग्रहण नहीं दिखने के बावजूद ग्रहण का दुष्प्रभाव पड़ता है. ध्यान रहे कि भारतीय समयानुसार रात 08.45 बजे से देर रात 01.00 बजे तक चंद्र ग्रहण होगा. यहां ज्योतिषाचार्य भागवत शर्मा बता रहे हैं कि ग्रहण समाप्त होने के बाद क्या क्या कार्य करना चाहिए. यह भी पढ़ें: Buddha Purnima 2023 Quotes: मन को शांति और जीवन को नई दिशा प्रदान करते हैं गौतम बुद्ध के ये 10 महान विचार, अपनों संग करें शेयर
* चंद्र ग्रहण समाप्त होते ही स्नान करें और इसके पश्चात गर्भवती स्त्रियों के हाथों से कोई सफेद वस्तु कपड़ा, छाता इत्यादि का दान करना चाहिए. इससे चंद्र दोष मिटता है, और गर्भस्थ शिशु पर किसी तरह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता.
* चंद्र ग्रहण के बाद बासी खाना नहीं खाना चाहिए. ये भोजन पशुओं को खिला दें. यदि घर में दूध या दूध से बनी दही, पनीर आदि चीजें हैं तो उन्हें फेंकने के बजाय उसमें तुलसी का पत्ता ग्रहण शुरू होने से पहले डाल दें.
* अगर ग्रहण पर आध्यात्मिक प्रभाव पर विश्वास करते हैं तो ग्रहण समाप्त होने के पश्चात गंगा नदी अथवा घर के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए. इसके पश्चात गंगाजल का पान करें. ऐसा करने से ग्रहण दोष दूर होता है और गर्भ में पल रहा शिशु सुरक्षित रहता है.
* चंद्र ग्रहण समाप्त होने के तुरंत पश्चात घर के चारों ओर गंगाजल छिड़कने सेघर में ग्रहण के कारण आई नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव खत्म होता है. चूंकि ग्रहण देर रात 1 बजे खत्म होगा, इसलिए अगले दिन सुबह पूरे घर की साफ-सफाई करवाएं. और निम्न मंत्र का जाप करें.
ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभ
जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।।
* चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करने के बाद भगवान शिव की पूजा करने से ग्रहण का प्रभाव जल्दी खत्म होता है. शिवलिंग पर भगवान शिव की प्रिय चीजें बेलपत्र, दूध, शहद, चंदन, सफेद पुष्प आदि चढ़ाएं, और भगवान भोलेनाथ का ध्यान करें.
* चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद चंद्रमा को कच्चा दूध का अर्घ्य देना चाहिए. इसके विकल्प में आप पानी में सफेद पुष्प डालकर भी चंद्रमा को अर्घ्य दे सकती हैं. इसकी वजह से गर्भवती स्त्री के गर्भ में पल रहे शिशु पर राहु-केतु का असर नहीं पड़ेगा.