आप अगर आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, निरंतर धन की हानि हो रही है, लक्ष्मी आप पर मेहरबान नहीं हैं तो धर्मराज बृहस्पतिदेव का ध्यान एवं पूजा करें, आपकी सारी समस्याओं का निराकरण होगा. आइये जानें इस संदर्भ में हमारे ज्योतिषचार्य पंडित रवींद्र पाण्डेय क्या सुझाव दे रहे हैं.
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार सप्ताह के सभी दिन किसी ना किसी देवी अथवा देवता को समर्पित माना जाता है, लेकिन गुरुवार (बृहस्पतिवार) का दिन समस्त देवों के गुरु 'बृहस्पति' को समर्पित बताया गया है. इसीलिए इसे धर्म का दिन भी कहा जाता है. मान्यता है कि बृहस्पति देव की पूजा-अर्चना करने से जीवन खुशहाल होता है, लेकिन कुछ शास्त्रों के अनुसार बृहस्पति देव का व्रत एवं उपासना करने से सेहत और धन-संपत्ति का सुख भी प्राप्त होता है. इसलिए अगर आप आर्थिक संकटों से जूझ रहे हैं तो बृहस्पतिवार के दिन कुछ उपाय करके धन हानि को रोका जा सकता है. इसके अलावा बृहस्पति देव के आशीर्वाद से जीवन में सुख, समृद्धि एवं ऐश्वर्य की भी प्राप्ति होती है. यहां पं. रवींद्र पाण्डेय एक महत्वपूर्ण बात बताते हैं, -यह सच है कि आर्थिक समस्याओं से बाहर निकलने के लिए इंसान को धन कमाने की जरूरत होती है और इसके लिए उसे कर्म करना ही पड़ता है, लेकिन जब कड़ी मेहनत के बावजूद आय अवरुद्ध रहता है, तब इसके पीछे ग्रह-नक्षत्रों का खेल होता है, जिसकी वजह से आता हुआ धन रुक जाता है अथवा व्यर्थ में धन की बर्बादी होती है. तब इन ग्रहों को शांत कराना जरूरी होता है. इसके लिए सर्वश्रेष्ठ उपाय है कि आप बृहस्पति देव की पूजा-अर्चना करें, कुछ ऐसे उपाय करें कि धन का अपव्यय ना हो. यहां कुछ ऐसे ही उपाय बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य पं. रवींद्र पाण्डेय.
बृहस्पतिवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें. विष्णुजी के सामने दीपक प्रज्जवलित करें. मान्यता है कि ऐसा करने से श्रीहरि प्रसन्न होते हैं.
मस्तक पर तिलक
पं. रवींद्र के अनुसार बृहस्पतिवार के दिन पूजा करते समय देवी-देवताओं को केसर, चंदन अथवा हल्दी का तिलक लगाएं. इसके पश्चात उसी तिलक को खुद के मस्तक पर लगायें. हिंदू शास्त्रों में इन तीनों ही तिलक का विशेष महत्व बताया गया है. शास्त्रानुसार केसर का तिलक लगाने से प्रथम पूज्य श्रीगणेश जी, श्रीहरि, मां लक्ष्मी एवं भगवान शिव प्रसन्न होते हैं तथा सुख, शौर्य, शांति, धन एवं भौतिक सुख का आशीर्वाद देते हैं. यह भी पढ़ें : बुधवार को गणेशजी की स्थापना एवं पूजा अर्चना के समय इन बातों का रखें ध्यान! तभी प्रसन्न होंगे बुद्धि के देवता! जानें क्या कहते हैं वास्तुशास्त्री?
केले के पेड़ की पूजा
सनातन धर्म के अनुसार बृहस्पतिवार को केले के पेड़ की पूजा करने से बृहस्पति भगवान प्रसन्न होते हैं. केले का पेड़ शुभता एवं समृद्धि का प्रतीक होता है. इस दिन केले के पेड़ का पूजा करने से घर में सुख, शांति एवं बरक्कत आती है. लेकिन इस दिन केले का सेवन नहीं करना चाहिए.
पीली वस्तुओं का महात्म्य!
हिंदू शास्त्रों में बृहस्पति देव को भगवान विष्णु का ही स्वरूप बताया गया है. विष्णुजी को पीली वस्तुएं बहुत प्रिय हैं. सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान के पानी में पीला रंग मिलाकर स्नान करें, तत्पश्चात पीला वस्त्र धारण बृहस्पति देव की पूजा करनी चाहिए. श्रीहरि को प्रसाद स्वरूप पीले रंग का मिष्ठान एवं पीला फल चढ़ाएं एवं गरीबों को पीले रंग का चावल, पीला सरसों एवं पितांबर दान करें.
बृहस्पति देव को प्रसन्न करने वाले अचूक मंत्र
बृहस्पतिवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान-ध्यान करने के पश्चात व्रत एवं पूजन का संकल्प लेते हुए भगवान विष्णुजी की विधिवत पूजा करनी चाहिए. पूजा करते समय निम्न मंत्र का 108 बार जाप करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. ऐसा करने से आर्थिक संकट कटते हैं.
'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:'