दीप महोत्सव के बीच लक्ष्मी पूजन के बस कुछ ही घंटे शेष रह गये हैं. हर घरों में अपने-अपने तरीके से लक्ष्मी के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं. धर्म शास्त्रों के अनुसार स्वच्छ, सुसज्ज, एवं खुशियों भरे घर में ही लक्ष्मी प्रवास करना पसंद करती हैं. ऐसे में देखने वाली बात है कि आपने क्या और कैसी तैयारी की है. यहां बात करेंगे स्वच्छता की. आपने घर की साफ-सफाई में कोई कसर नहीं छोड़ी होगी, लेकिन क्या आपने उन स्थानों की भी विशेष सफाई कर ली है? जहां माँ लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर प्रवास करते हैं? बता दें कि अगर लक्ष्मी जी की पूजा से पूर्व घर के इन हिस्सों की सफाई से चूके, तो लक्ष्मी एवं कुबेर की कृपा से आप वंचित रह सकते हैं. आइये जानें घर के किन हिस्सों में अमूमन लक्ष्मी प्रवास करती हैं. इस वर्ष दीपावली 25 अक्टूबर, 2022, सोमवार को मनाई जाएगी.
घर का मुख्यद्वार
घर का मुख्यद्वार सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. मुख्य द्वार से ही आपकी समृद्धि, वैभव, सभ्यता और संस्कृति के दर्शन हो जाते हैं. दीवाली के दिन घर के इस हिस्से की सफाई अत्यंत आवश्यक है. सफाई के बाद द्वार पर आम्र पल्लव एवं पुष्पों के तोरण बांधे जाते हैं. प्रवेश द्वार पर रंगोली सजाई जाती है. दरवाजे पर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं यह भी पढ़ें : Kali Chaudas 2022 Wishes: हैप्पी काली चौदस! प्रियजनों संग शेयर करें ये WhatsApp Messages, GIF Greetings, SMS और Quotes
घर का ब्रह्म स्थल
गौरतलब है कि किसी भी घर के मध्य हिस्सा सबसे महत्वपूर्ण होता है. वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के इसी हिस्से को ब्रह्म स्थल कहा जाता है. लक्ष्मी पूजन से पूर्व अगर इस स्थान पर कोई सामान अथवा फर्नीचर, कालीन आदि रखी है तो उसे हटाकर उस स्थान को जल से अच्छी तरह से धोयें. इस हिस्से के आसपास कोई भी खंडित, गंदी अथवा व्यर्थ की वस्तुएं ना रखें. बेहतर होगा कि इस हिस्से को फूलों के गमले आदि से सुसज्ज करके रखें
ईशान कोण
ईशान कोण यानी पूर्व एवं उत्तर का हिस्सा, आध्यात्मिक दृष्टिकोण से घर का यह हिस्सा सबसे महत्वपूर्ण होता है. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार घर के ईशान कोण के हिस्से में ही देवी-देवताओं का वास माना जाता है. लक्ष्मी पूजन से पूर्व इस हिस्से की सफाई के पश्चात यहां गंगाजल का छिड़काव अवश्य कर लें. इसी स्थल पर घर का मंदिर भी रखा जाता है. तो दीपावली से पूर्व मंदिर के भीतर की सफाई अवश्य करें. अब इसे फूलों से सजाएं और मंदिर के सामने रंगोली बना लें. एक रंगोली घर के मुख्य द्वार पर भी बनानी चाहिए. पूजा से पूर्व मंदिर के सामने माँ लक्ष्मी का आसन तैयार रखें. ऐसा करने से वास्तु में भी सुधार होता है
उत्तर दिशा
यह घर का सबसे पवित्र स्थान होता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस पूरे हिस्से में माँ लक्ष्मी एवं कुबेर वास करते हैं. इसी स्थान पर घर की तिजोरी रखी जाती है. इसलिए अगर आप वास्तव में लक्ष्मी के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं तो दिवाली से पूर्व इस पूरे हिस्से की सफाई अवश्य करें. यहां पर रखी वस्तुओं की भी अच्छे से सफाई कर लें.