Ayurvedic Medicines for Insomnia: क्या आप भी अनिद्रा की समस्या से रहते हैं परेशान, तो करें इन आर्युवेदिक औषधिओं का सेवन
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नई दिल्ली, 1 दिसंबर : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई बार ऐसा देखा गया है कि लोगों में अनिद्रा की समस्या बनी रहती है. नींद नहीं आने की वजह से कई बार लोग परेशान रहते हैं. इसके लिए लोग स्लीपिंग टेबलेट का भी इस्तेमाल करते हैं. लेकिन, लगातार स्लीपिंग टेबलेट लेने से स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं, जिसे देखते हुए डॉक्टरों का यह सुझाव रहता है कि इसे लेने से बचा जाए. वहीं, आयुर्वेद के अनुसार दो कारणों की वजह से लोगों में नींद नहीं आती है.

आयुर्वेद के अनुसार, वात और पित्त दोष की वजह से लोगों में नींद ना आने की समस्या बनी रहती है. वात दोष के चलते लोगों में मानसिक तनाव, चिंता सहित कई दूसरी समस्याएं भी देखने को मिलती हैं. लेकिन, आयुर्वेद में कुछ ऐसे नुस्खे हैं, जिनके इस्तेमाल से अनिद्रा की समस्या से बचा जा सकता है. यह भी पढ़ें : COVID-19 in Brain: मस्तिष्क में कई सालों तक रहता है कोरोना वायरस, नए रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा

अगर आप नींद ना आने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो इसके लिए आप अश्वगंधा और सर्पगंधा का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे ना महज आपको अच्छी नींद आएगी, बल्कि यह आपके शरीर को कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी पहुंचाएगा. अश्वगंधा और सर्पगंधा का पाउडर आसानी से बाजार में उपलब्ध हैं. इसे प्रतिदिन सोने से पहले पांच ग्राम गुनगुने पानी में डालकर इसका सेवन कर सकते हैं. अनिद्रा के मामलों में यह बेहद ही कारगर माना जाता है.

आयुर्वेद के मुताबिक, पैरों के तलवे का मसाज करके आप अच्छी नींद प्राप्त कर सकते हैं. कई बार दिमाग के शांत न होने की वजह से नींद नहीं आती है. ऐसी स्थिति में अगर आप पैरों के तलवे की जड़ी बूटियों के मिश्रण से युक्त तेल से मसाज करें, तो यह न महज आपकी शारीरिक थकान को दूर करेगा, बल्कि नींद की समस्या भी दूर करेगा. सोने से पहले आप अपने पैरों के तलवे का मसाज इस तेल से कर सकते हैं.

आयुर्वेद में बताया गया है कि कई बार समय से खाना नहीं खाने की वजह से भी लोगों में अनिद्रा की समस्या देखने को मिलती है, इसलिए यह सुझाव दिया जाता है कि हर व्यक्ति को रात 7:00 से 7: 30 बजे के बीच खाना खा लेना चाहिए. देर से खाना खाने में दिमाग में एनर्जी बनी रहती है और इससे फिर नींद नहीं आती है. इसके साथ ही शारीरिक शिथिलता को आयुर्वेद में नींद ना आने की प्रमुख वजह के रूप में रेखांकित किया गया है, इसलिए शारीरिक गतिविधियां मसलन, योगा, व्यायाम, मेडिटेशन जरूर करें, इससे आपको अच्छी नींद मिलेगी.