डायबिटीज से बचना है तो रोजाना पीएं 3-4 कप कॉफी, इस बीमारी का खतरा भी होता है 25 फीसदी तक कम
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

लंदन: डायबिटीज एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसे साइलेंट किलर कहा जाता है. यह बीमारी जब किसी को अपना शिकार बना लेती है तो इससे कई तरह की अन्य गंभीर बीमारियों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है. आमतौर पर डायबिटीज दो प्रकार के होते हैं टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज, लेकिन दुनिया भर में टाइप-2 डायबिटीज के मामले अधिक पाए जाते हैं. डायबिटीज में ब्लड शुगर का लेवल बहुत बढ़ जाता है, जिससे शरीर की इंसुलिन उत्पादन क्षमता प्रभावित होने लगती है. और कई बार ऐसा भी होता है कि शरीर सक्रिय रूप से इंसुलिन का इस्तेमाल ही नहीं कर पाता हैं.

हाल ही में किए एक ताजा शोध के मुताबिक, डायबिटीज के खतरे को कम करने में कॉफी का सेवन बहुत मददगार साबित हो सकता है. जी हां, रोजाना तीन-चार कप काफी पीने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा 25 फीसदी कम हो सकता है.

यह सुझाव एक शोध के नतीजों के आधार पर दिया गया है. टाइप-2 डायबिटीज के मामलों में कॉफी पीने का असर पुरुष और महिला दोनों में पाया गया है. शोध में कैफीन रहित कॉफी पीने से भी उसी प्रकार का प्रतिरक्षी प्रभाव पाया गया. यह भी पढ़ें: World Diabetes Day: रोजमर्रा की ये आदतें आपको बना सकती हैं डायबिटीज का शिकार, ऐसे करें कंट्रोल

स्वीडन के कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट के एसोसिएट प्रोफेसर मैट्टियस काल्स्ट्रोम ने कहा कि महज कैफीन नहीं, बल्कि हाइड्रॉक्सीसिनेमिक एसिड्स के कारण यह असर होता है. हाइड्रॉक्सीसिनेमिक एसिड्स में मुख्य रूप से क्लोरोजेनिक एसिड, ट्राजोनेलिन, कैफेस्टॉल, कॉवियोल और कैफिक एसिड होते हैं.

बता दें कि शोध के नतीजे यूरोपीय एसोसिएशन फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज के 2018 में जर्मनी में आयोजित सालाना सम्मेलन में प्रस्तुत किए गए. शोधार्थी दल ने कुल 111,85,210 प्रतिभागियों को शामिल किया और 30 संभावित अध्ययनों की समीक्षा की. यह भी पढ़ें: मातृत्व सुख से महरूम रह सकती हैं डायबिटीज ग्रस्त महिलाएं, मां और बच्चे के लिए बेहद खतरनाक है यह बीमारी