Uttar Pradesh: कोरोना, डेंगू के बाद अब जीका वायरस का खौफ, ये हैं लक्षण- ऐसे करें बचाव
प्रतीकात्मक तस्वीर (File Image)

देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का खतरा बरकरार है. इस बीच जीका वायरस भी चिंता बढ़ा रहा है. अब उत्तर प्रदेश में जीका वायरस (Zika Virus) का पहला मामला सामने आया है. यूपी के कानपुर में जीका वायरस के संक्रमण का अब तक का पहला मामला सामने आया है. मरीज वायुसेना स्टेशन का कर्मचारी है. उन्हें एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लक्षणों के आधार पर अस्पताल प्रबंधन ने उसका सैंपल जांच के लिए पुणे भेजा था. PM Modi UP Visit: पीएम मोदी ने 9 मेडिकल कॉलेजों का किया शुभारंभ, इन जिलों में बेहतर होगी स्वास्थ्य सुविधाएं (VIDEO)

स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि वायु सेना के एक अधिकारी का जीका वायरस संक्रमण का परीक्षण किया गया और इसमें उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. कानपुर में जीका वायरस संक्रमण का एक मामला सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय टीम यहां भेजी है.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जीका वायरस संक्रमण के नियंत्रण और रोकथाम के लिए राष्ट्रीय मच्छर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और नयी दिल्ली के आरएमएल अस्पताल से एक कीटविज्ञानी, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ की बहु-विषयक टीम को राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता के लिए भेजा गया है.

टीम राज्य के स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम करेगी, जमीनी स्थिति का जायजा लेगी और आकलन करेगी कि क्या जीका प्रबंधन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कार्य योजना लागू की जा रही है. बयान में कहा गया है कि टीम राज्य में जीका के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य में आवश्यक हस्तक्षेप की भी सिफारिश करेगी.

लक्षण

जीका संक्रमण के लक्षण बुखार, स्किन पर चकत्ते और जोड़ में दर्द समेत काफी हद तक डेंगू के समान होते हैं. जीका वायरस से संक्रमित कई लोगों में इसके लक्षण नहीं दिखते हैं. वहीं कुछ को बुखार, मांसपेशी में दर्द, सिर दर्द, बेचैनी की समस्या हो सकती है. ये लक्षण आम तौर से 2-7 दिनों तक रहते हैं.

कैसे फैलता है जीका वायरस

जीका एडीज एजीप्ट मच्छर से फैलता है जो डेंगू और चिकनगुनिया का भी वाहक है. यह मच्छर ठहरे पानी में पनपता है. एडीज मच्छर आम तौर से दिन के समय, खास कर सुबह और शाम में काटने के लिए जाना जाता है. वायरस के फैलाव को काबू करने का अभी तक यही तरीका है कि मच्छरों को पनपने न दें. आपके आस-पास मच्छर होंगे तो आप उनके काटने से इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं.

ऐसे करें बचाव

  • घर के आसपास या घर के अंदर पानी नहीं जमने दें.
  • बारिश के दिनों में फुल शर्ट और फुल पैंट ही पहनें
  • मच्छरदानी में सोने का विकल्प अपनाएं.
  • उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में यात्रा करने से बचें.
  • गर्भवती महिलाओं का विशेष रूप से ध्यान रखें.
  • वर्तमान में जीका वायरस संक्रमण का इलाज या रोकथाम करने के लिए कोई वैक्सीन या दवाई नहीं
  • है. इससे बचाव ही एकमात्र उपाय है. किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें.