लखनऊ, 8 अप्रैल : युवाओं में व्यवसाय विकास कौशल विकसित करने और प्रोत्साहित करने के लिए, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) जल्द ही उद्यमिता में एक ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू करेगी. पाठ्यक्रम कॉलेज स्तर पर आयोजित किया जाएगा और पूरा होने पर प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र देगा. प्रमाणन एमएसएमई और निर्यात संवर्धन विभागों द्वारा दिया जाएगा.एमएसएमई के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि पाठ्यक्रम और तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विचार युवाओं को सशक्त बनाकर आत्मनिर्भर बनाने का है ताकि वे न केवल नौकरी तलाशने वाले बल्कि नौकरी देने वाले भी बनें. सहगल ने यह भी कहा कि प्रमाण पत्र प्रदान करने के अलावा, 10 दिवसीय पाठ्यक्रम विचारों को क्रियान्वित करने के लिए ऋण के लिए एक्सपोजर विजिट और बैंक लिंकेज भी प्रदान करेगा.
संयुक्त आयुक्त एमएसएमई (निर्यात और लखनऊ जोन) पवन अग्रवाल ने कहा कि प्रमाणन अवसर एमएसएमई सारथी नामक विभागीय ऐप में शामिल किया जाएगा. "दो मुख्य कारणों ने विभाग को इस योजना के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया. राज्य में रोजगार पैदा करने के लिए मुख्यमंत्री की प्राथमिकता पहली वजह है जबकि कौशल विकास मिशन की कुछ योजनाओं में प्रशिक्षण और अनुभव की मांग और ऋण वितरण के लिए बैंक की स्थिति दूसरी है." यह भी पढ़ें : UP में गांवों में भूजल संरक्षण योजनाओं का तेजी से विस्तार करेगी योगी सरकार
पाठ्यक्रम में बाद के चरणों में खाद्य प्रसंस्करण, कृषि उत्पादन, जैविक खेती और यांत्रिक कार्य जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में अग्रिम पाठ्यक्रमों के अलावा सामान्य प्रमाणपत्र होंगे. विभाग ने वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर उद्यमशीलता कौशल शुरू करने के विचार की भी परिकल्पना की है ताकि प्रारंभिक वर्षो में उनकी आत्मनिर्भरता की नींव रखी जा सके. सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के अलावा एमएसएमई विभाग ने माटी कला बोर्ड और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत सीटों को दोगुना करने का फैसला किया है.