COVID-19 XE Variant: गुजरात में मिला कोरोना के XE वेरिएंट का मरीज, लोगों में बढ़ रहा डर
कोरोना वायरस/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

कोरोना (COVID-19) के नए वेरिएंट XE ने गुजरात (Gujarat) में दस्तक दे दी है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट XE का एक मामला गुजरात में मिला है. गुजरात में इस नए वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि हो गई है. इससे पहले मायानगरी मुंबई में भी इस वेरिएंट का एक मामला मिला था. हालांकि इसकी पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने नहीं की है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया कि, फिलहाल मौजूदा साक्ष्य से यह स्पष्ट नहीं होता है कि सैंपल में इस वेरिएंट की मौजूदगी है. वहीं बीएमसी का कहना है कि INSACOG की बैठक में उन्होंने आगे की जांच के लिए सिक्वेंसिंग डेटा NIBMG को भेजने के लिए कहा है ताकि XE वेरिएंट की पुष्टि की जा सके. COVID-19: पांच राज्यों में मिले कोरोना वायरस के मामलों ने बढ़ाई केंद्र की चिंता.

गुजरात में जिस मामले की पुष्टि हुई है उसको लेकर बताया गया है कि 13 मार्च को शख्स कोविड पॉजिटिव निकला था. लेकिन जब सैंपल के नतीजे आए तो उसमें वो शख्स XE वैरिएंट से संक्रमित निकला. इस वेरिएंट को काफी संक्रामक माना जा रहा है. रिसर्च के मुताबिक XE वेरिएंट, ओमिक्रॉन का ही सब वैरिएंट है. कहा जा रहा है कि ये तेजी से फैल सकता है. अभी XE वेरिएंट के जो दो मामले सामने आए हैं, उनमें कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं.

बेहद संक्रामक है XE वेरिएंट 

XE वेरिएंट ओमिक्रॉन वेरिएंट के उपभेदों का एक उत्परिवर्तन (म्यूटेशन ऑफ स्ट्रेन) है, जो दुनिया भर में फैला हुआ है. इसके बारे में पहली बार 19 जनवरी को यूके में पता चला था और तब से सैकड़ों रिपोर्ट और पुष्टि की जा चुकी है. शुरुआती संकेत बताते हैं कि यह अन्य ओमिक्रॉन म्यूटेशन की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अधिक तेजी से फैल सकता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, नया एक्सई वैरिएंट दो अन्य ओमिक्रॉन वैरिएंट्स, बीए.1 और बीए.2 का एक म्यूटेंट हाईब्रिड है और वैश्विक स्तर पर फैल रहे मामलों के लिए जिम्मेदार है. WHO ने कहा, नया म्यूटेंट ओमिक्रॉन के बीए.2 सब-वैरिएंट की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अधिक ट्रांसमिसिबल (तेजी से फैलने वाला) है.

क्या हैं लक्षण

यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, एक्सई में नाक बहने, छींकने और गले में खराश जैसे लक्षण होते हैं, जो वायरस के मूल स्ट्रेन के विपरीत होते हैं, क्योंकि मूल स्ट्रेन में आमतौर पर रोगी को बुखार और खांसी की शिकायत रहती है और साथ ही उसे किसी चीज का स्वाद नहीं आता और कोई गंध भी नहीं आती है.