नई दिल्ली: वर्ल्ड बैंक ने फाइनेंशियल ईयर 2023 के लिए भारत की आर्थिक विकास के अनुमान (Growth Forecast) को 1 फीसदी तक घटा दिया है. विश्व बैंक ने गुरुवार को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है, जो कि जून 2022 के उसके पिछले अनुमान से एक प्रतिशत कम है. पहले वित्त वर्ष 2022/23 के लिए ग्रोथ का अनुमान 7.5 फीसदी जताया गया था, लेकिन अब विश्व बैंक ने कहा है कि भारत 6.5 फीसदी की ग्रोथ से आगे बढ़ेगा.
भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ में कटौती के लिए World Bank ने बिगड़ते अंतरराष्ट्रीय वातावरण का हवाला दिया है. रिपोर्ट में कटौती का कारण बताते हुए कहा गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक मौद्रिक सख्ती (Global Monetary Tightening) से इकोनॉमिक दृष्टिकोण पर असर पड़ेगा. विश्व बैंक ने कहा कि भारत दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में मजबूत हो रहा है. पिछले वर्ष भारतीय अर्थव्यवस्था में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
विश्व बैंक के चीफ इकोनोमिस्ट हैंस टिमर ने कहा है कि अन्य देशों के मुकाबले मजबूत होने के बावजूद हमने चालू वित्त वर्ष के लिए अनुमान को घटाया है, क्योंकि भारत और सभी अन्य देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय हालात खराब हो रहे हैं. ऐसे में वर्ष की दूसरी छमाही कई देशों के लिए कमजोर है और भारत में भी कमजोर रहेगी.
भारत का प्रदर्शन बेहतर
विश्व बैंक के चीफ इकोनोमिस्ट हैंस टिमर ने कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था ने दक्षिण एशिया के अन्य देशों की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है. कोरोना महामारी से उभरने के बाद इंडियन इकोनॉमी में तेजी से उछाल आया है.” भारतीय अर्थव्यवस्था ने विशेष रूप से सेवा क्षेत्र और विशेष रूप से सेवा निर्यात में अच्छा प्रदर्शन किया है.