'ऑपरेशन विजय' की 24वीं वर्षगांठ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर जीत के 24 साल पूरे हो रहे हैं. ऐसे में जश्न मनाने के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से कारगिल युद्ध स्मारक, द्रास तक 'नारी सशक्तिकरण महिला मोटरसाइकिल रैली' शुरू हुई. सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने तीनों सेनाओं की महिला मोटरसाइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. थल सेनाध्यक्ष ने ऐसी चुनौतीपूर्ण यात्रा करने के लिए पूरी टीम को सराहा जो राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है.
मोटरसाइकिल रैली की 25 सदस्यीय टीम
मोटरसाइकिल रैली की 25 सदस्यीय टीम में दो वीर नारी शामिल हैं, जिनमें से एक सेवारत अधिकारी है. इसके अलावा भारतीय सेना में 10 सेवारत महिला अधिकारी, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना से एक-एक महिला अधिकारी, भारतीय सेना की तीन महिला सैनिक और आठ सशस्त्र अधिकारी हैं. महिलाओं की यह टीम कारगिल युद्ध में सशस्त्र बलों की निर्णायक जीत का जश्न मनाएगी और राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देगी.
25 जुलाई को कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचेगी रैली
यह रैली लगभग 1000 किलोमीटर की दूरी तय करके 25 जुलाई को द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचेगी. इस दौरान मोटरसाइकिल रैली हरियाणा, पंजाब के मैदानी इलाकों और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊंचे पहाड़ी दर्रों से गुजरेगी. अपनी यात्रा के दौरान टीम एनसीसी कैडेटों, विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों के छात्रों और वीर नारियों के साथ बातचीत करेगी. इस रैली के लिए भारतीय सेना ने टीवीएस मोटर कंपनी के साथ साझेदारी की है और प्रतिभागी टीवीएस रोनिन मोटरसाइकिल पर सवार होंगे.