अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा, संयुक्त राष्ट्र में एस जयशंकर ने कहा- आतंकवाद को किसी धर्म, राष्ट्र, सभ्यता या फिर जातीय समूह से जोड़कर नहीं देखा जा सकता
अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban in Afghanistan) के कब्जे पर टिप्पणी करते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishanakar in UNSC) ने कहा है कि आतंकवाद को किसी धर्म, राष्ट्र, सभ्यता या फिर जातीय समूह से जोड़कर नहीं देखा जा सकता.
अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban in Afghanistan) के कब्जे पर टिप्पणी करते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishanakar in UNSC) ने कहा है कि आतंकवाद को किसी धर्म, राष्ट्र, सभ्यता या फिर जातीय समूह से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. उन्होंने कहा कि, आतंकवादक का कोई भी चेहरा हो या रूप हो उसकी निंदा ही होनी चाहिए. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि,जो कोरोना के लिए सच है, वहीं आतंकवाद के लिए सच है. जब तक सब सुरक्षित नहीं होंगे, कोई सुरक्षित नहीं होगा. उन्होंने कहा, अफगानिस्तान हो या भारत, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद लगातार यहां एक्टिव हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दुनिया को चेताते हुए कहा कि, वह आतंकवाद रूपी बुराई से कभी समझौता न करें. इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे. उन्होंने, भारत में हुए तमाम हमलों और अमेरिका में हुए 9/11 हमले का जिक्र करते हुए कहा कि हमने ज्यादा चुनौतियां और मौतों को सहा है. उन्होंने कहा, हमने आतंकवाद से कभी समझौता नहीं किया.
एस. जयशंकर आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, हमने 2008 में मुंबई हमले, 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमले, और 2019 में पुलवामा में सुरक्षा बलों पर आत्मघाती हमलों का सामना किया है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए कहा एस. जयशंकर ने कहा, दो दिन बाद विश्व दुनिया चौथा आतंकवाद विरोधी दिवस मनाएगा और इसके चलते मारे गए लोगों को याद किया जाएगा और इस बीच अगले महीने न्यूयॉर्क में हुए 9/11 आतंकी हमले की 20 वीं बरसी भी है.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री जयशंकर ने आईएसआईएस का जिक्र भी किया. उन्होंने आईएसआईएस का जिक्र करते हुए कहा, इस संगठन का आर्थिक ढांचा मजबूत हो रहा है. आतंकियों को हमले और लोगों की जान लेने के बदले इनाम में बिटकॉइन दिए जा रहे हैं. युवाओं को ऑनलाइन प्रोपेगेंडा चलाकर भटकाया जा रहा है. वहीं भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में फल-फूल रहे आतंकवादीयों का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि, यहां 'पड़ोसी देश में इसका खुरासान गुट पहले से ज्यादा सक्रिय है.