West Bengal: दार्जिलिंग में हादसे वाली जगह ट्रैक बिछाने का काम पूरा, ट्रेन सर्विस शुरू
हादसे वाली जगह ट्रैक बिछाने का काम भी पूरा हो चुका है और ट्रेन सर्विस फिर शुरू हो गई है. इसके साथ भारतीय रेलवे ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है.
दार्जिलिंग: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में सोमवार (17 जून 2024) सुबह कंचनजंगा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर से 9 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा घायल हुए. इस हादसे के बाद अब राहत और बचाव कार्य पूरा हो चुका है. इसके साथ ही हादसे वाली जगह ट्रैक बिछाने का काम भी पूरा हो चुका है और ट्रेन सर्विस फिर शुरू हो गई है. इसके साथ भारतीय रेलवे ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है.
यह हादसा सुबह करीब 9 बजे न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से 30 किमी दूर रंगपानी स्टेशन के पास हुआ. मालगाड़ी के इंजन की टक्कर के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस के पीछे के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे. रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने कहा, टक्कर इसलिए हुई क्योंकि मालगाड़ी ने सिग्नल की अनदेखी की. हालांकि, सिन्हा ने स्वीकार किया कि रेलवे की 'कवच' (ट्रेन टकराव रोधी प्रणाली) गुवाहाटी-दिल्ली मार्ग पर एक्टिव नहीं है, जहां दुर्घटना हुई है.
ट्रेन सर्विस शुरू
अचानक लगा झटका और फिर...
ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों ने बताया कि न्यू जलपाईगुड़ी तक कंचनजंगा एक्सप्रेस का सफर एकदम सुरक्षित था. अधिकतर यात्री सोकर उठ चुके थे. जलपाईगुड़ी से करीब 8 किमी आगे तक कंचनजंगा एक्सप्रेस औसत स्पीड में चल रही थी. इसके बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस रंगपानी स्टेशन क्रॉस करती है. इस स्टेशन को क्रॉस करने के बाद करीब 6 किमी आगे जाकर ट्रेन रुक जाती है. ट्रेन के अंदर बैठे लोग इसके खुलने का इंतजार ही कर रहे थे कि अचानक झटका लगता है और पीछे के तीन डिब्बे पटरी से उतर जाते हैं. इसके बाद ट्रेन के अंदर कोच में चीख-पुकार मच जाती है. बाद में यात्रियो को पता लगता है कि ट्रेन एक्सिडेंट हुआ है. इस ट्रेन को पीछे से मालगाड़ी ने टक्कर मारी है.
रेलवे की तरफ से मुआवजे की घोषणा
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प बंगाल में हुए ट्रेन हादसे पर दुख जताया है और इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.