नई दिल्ली: शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर चल रहे प्रदर्शन को समाप्त करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकारों में से एक पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह (Wajahat Habibullah) ने मंगलवार को कहा कि वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन से आज मेरी मुलाकात नहीं होगी. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपनी सुनवाई में वातार्कारों के एक पैनल का गठन किया, जिसमें वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े, वकील साधना रामचंद्रन और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह को शामिल किया गया है. ये वार्ताकार सभी प्रदर्शनकारियों से बातचीत करेंगे और जिस मार्ग पर ये प्रदर्शनकारी बैठें है उसको खुलवाने का भी प्रयास करेंगे.
पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त ने आईएएनएस से कहा, "मुझे वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े (Sanjay Hegde) और साधना रामचंद्रन (Sadhna Ramachandran) से आज मुलाकात की कोई जानकारी नहीं है. वैसे भी साधना रामचंद्रन जी की तबीयत ठीक नहीं है. इनलोगों से मुलाकात तब होगी, जब मुझे कोई निर्देश आएगा, अभी तक मुझे कोई निर्देश नहीं मिला है. आखिर मुझे भी पता लगे कि मुझे वार्ताकार नियुक्त किया गया है या मुझे उनकी मदद करने के लिए नियुक्त किया गया है. जब तक मुझे जानकारी नही होगी मैं किस मुद्दे पर बात करूंगा."
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वजाहत हबीबुल्लाह भारत के पहले मुख्य सूचना आयुक्त रह चुके हैं. इसके अलावा हबीबुल्ला राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं. वह पंचायती राज मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव भी थे. पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला उन 106 पूर्व नौकरशाहों में शामिल हैं, जिन्होंने संशोधित नागरिकता कानून की संवैधानिक वैधता पर गंभीर आपत्तियों का उल्लेख करते हुए खुला पत्र लिखा था.