लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस की गोली से एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की मौत के बाद लोगों ने अनोखे तरीके से इसका विरोध किया है. लोग गाड़ियों के पीछ पोस्टर लगवा रहे है जिन पर लिखा है, "पुलिस अंकल आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जायेंगे। प्लीज उन्हें गोली मत मारियेगा।"
बहुराष्ट्रीय कम्पनी एप्पल के अधिकारी तिवारी की हत्या मामले में गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने रविवार को जांच शुरू कर दी. इस बीच विवेक तिवारी का रविवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया.
लखनऊ जोन के पुलिस महानिरीक्षक सुजीत पांडे ने बताया कि एसआईटी और फोरेंसिक टीम ने उस जगह पर पहुंचकर तफ्तीश शुरू की जहां शुक्रवार/शनिवार की मध्यरात्रि को पुलिस कांस्टेबल प्रशांत चौधरी द्वारा चलायी गोली लगने से विवेक तिवारी की मौत हो गयी थी.
लखनऊ में बच्चों का अभियान..... पुलिस अंकल, प्लीज़ बख्श देना पापा की जान pic.twitter.com/WoC97b3XsY
— Anurag Dhanda (@anuragdhanda) September 30, 2018
उन्होंने बताया कि टीम ने पुलिस की मोटरसाइकिल गिरने के स्थान का जायजा लेने के साथ-साथ हर चीज की विस्तार से जांच की. मौके पर मौजूद शीशे के टुकड़े एकत्र किये. टायर के निशान और जहां गाड़ी टकरायी, वहां की नापजोख वगैरह की गयी है. जांच में ये चीजें बहुत महत्वपूर्ण हो सकती हैं.
#निशब्द ⤵
पुलिस अंकल...
आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे
Please....
गोली मत मरिएगा...!#VivekTiwari #MannKiBaat #5YearsEncounter #VivekTiwariKilling #UPPolice #UPPolice_सरकारी_गुंडा #FakeEncounter @SheeIaS pic.twitter.com/afQiq8iIF3
— Saleem Javed (Honey) (@SaleemJaved1307) October 1, 2018
पांडे ने कहा कि जो प्रत्यक्षदर्शी आज मौके पर नहीं पहुंचे, उन्हें बाद में ले जाया जाएगा. हमारे सामने जो मुद्दे हैं, उन पर अभी बहुत काम किया जाना बाकी है. हर पहलू की जांच के बाद ही हम रिपोर्ट देंगे.
लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने हत्यारोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी का जिक्र आने पर कहा कि पुलिस बल में ऐसे तत्व बहुत कम हैं. प्रदेश के पास अच्छा पुलिस बल है. उसमें इस तरह के गलत तत्व हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करना हमारी जिम्मेदारी है.
मालूम हो कि लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में कथित तौर पर वाहन नहीं रोकने पर एक सिपाही ने विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी और संदीप के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों को बर्खास्त भी कर दिया गया है.