नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के विशाखापत्तनम (Visakhapatnam) जिले में गुरुवार को एलजी पॉलिमर उद्योग (LG Polymers Industry) से देर रात करीब 2.30 बजे स्टीरिन गैस का रिसाव हुआ. जिसमें कम से कम दस लोगों की मौत हो गई. इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है. इस दर्दनाक हादसे को लेकर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने शुक्रवार को नोटिस जारी किया है. साथ ही एनजीटी (National Green Tribunal Act) ने जहरीली गैस लीकेज की घटना से हुए नुकसान की भरपाई के लिए एलजी पॉलिमर को 50 करोड़ रुपये जमा करने के लिए कहा है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने इस घटना पर एलजी पॉलिमर, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. एनजीटी ने इस हादसे से हुए नुकसान को देखते हुए एलजी पॉलिमर को 50 करोड़ रुपये की आरंभिक राशि जमा करने का निर्देश दिया है. विशाखापट्टनम हादसा: गैस रिसाव को लेकर पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से की बात, एनडीएमए के साथ की बैठक
National Green Tribunal (NGT) directs LG Polymers, India to forthwith deposit an initial amount of Rs. 50 crore taking note of damages caused due to #VizagGasLeakage incident. https://t.co/LoHcZSSdc6
— ANI (@ANI) May 8, 2020
उधर, आज फिर एलजी पॉलिमर उद्योग से गैस रिसाव की अफवाह फैली. हालांकि एनडीआरएफ (NDRF) ने स्पष्ट कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है. एनडीआरएफ के डीजी ने बताया कि गैस लीकेज को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया है इसमें थोड़े फ्यूम्स निकलते हैं जो कि कैंपस के आस-पास रहता है. इस से ये आकलन कर लेना की फिर से लीकेज हुआ है तो सरासर गलत है. साथ ही उन्होंने अफवाह नहीं फैलाने की भी अपील की. बेहद खतरनाक है विशाखापत्तनम में फैलने वाली स्टीरिन गैस, संकट में पड़ी सैकड़ों जिंदगियां
उल्लेखनीय है कि स्टीरिन गैस रिसाव की घटना से जिले के गोपालपट्टनम मंडल के आरआर वेंकटपुरम गांव में कल तड़के 3 बजे हड़कंप मच गया. इस जहरीली गैस की चपेट में आसपास के नारवा, बीसी कॉलोनी, बापूजी नगर, कम्पलापालम और कृष्णा नगर गांव आ गए. इससे लोगों की त्वचा, आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. इस हादसे में मारे गए लोगों को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने एक करोड़ का मुआवजा देने का ऐलान किया है.