JNU में फिर बवाल, एबीवीपी और लेफ्ट के छात्रों में जमकर हुई मारपीट- कई जख्मी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार रात कथित तौर पर एबीवीपी के छात्रों और जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) नेताओं के बीच मारपीट हुई है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार रात कथित तौर पर एबीवीपी के छात्रों और जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) नेताओं के बीच मारपीट हुई है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पर आरोप लगाया गया है कि उनकी ओर से की गई मारपीट में लेफ्ट के कई छात्रों को चोटे आई है. इसमें छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल है. उन्हें अस्पताल ले जाया गया है.
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक कथित तौर पर जेएनयू के पेरियार छात्रावास के छात्रों के साथ वामपंथी छात्रों ने मारपीट कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया है. एबीवीपी की जेएनयू यूनिट के अध्यक्ष दुर्गेश ने आईएएनएस से कहा, "करीब चार से पांच सौ वाम सदस्य पेरियार छात्रावास में इकट्ठा हुए, यहां तोड़फोड़ कर जबरन घुसपैठ की और अंदर बैठे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को पीटा." JNU फीस बढ़ोतरी: सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जेएनयू छात्रों पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज
एबीवीपी ने दावा किया कि उसके अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मनीष जांगिड़ को बुरी तरह से घायल किया गया है और शायद मारपीट के बाद उसका हाथ टूट गया है. दुर्गेश ने आगे कहा कि छात्रों पर पत्थर फेंके गए, जिसके चलते कुछ के सिरों पर चोटें आई हैं. उन्होंने कहा, "अंदर मौजूद छात्रों पर उन्होंने पत्थर और डंडे बरसाए."
हालांकि, वामपंथी छात्रों के नेतृत्व वाले जेएनयूएसयू ने इस दावे को तुरंत खारिज करते हुए कहा कि एबीवीपी और प्रशासन झूठी कहानी फैलाने में लगे हुए हैं.
जेएनयूएसयू के महासचिव सतीश चंद्र ने आईएएनएस से कहा, "एबीवीपी और प्रशासन बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों के प्रदर्शन को निशाना बना रहे हैं. यह और कुछ नहीं छात्रों और समाज को गुमराह करने के लिए लगाए जा रहे झूठे आरोप हैं."
इस बीच दक्षिणपंथी संगठन एबीवीपी ने कहा है कि उन्होंने फैसला किया है कि जैसे ही घायल हुए उनके साथी प्राथमिक उपचार के बाद लौटेंगे वह इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराएंगे.