नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के दौरान दिल्ली के कई इलाकों में हुई हिंसा के कारण किसान संगठनों में फूट पड़ने लगी है. विरोध कर रहे किसान धीरे-धीरे अपना समर्थन खोते दिख रहे है. इस बीच आज दोपहर में एक समूह सिंघु बॉर्डर (Singhu border ) पर पहुंच गया और प्रदर्शनकारी किसानों के सामने विरोध करने लगा. समूह ने किसानों से हाइवे खाली करने की मांग करते हुए नारे भी लगाये. समूह के लोगों ने कहा कि वह स्थानीय निवासी है और उन्हें यहां किसान आंदोलन से परेशानी हो रही है. हिंसा की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन किसानों का आंदोलन खत्म नहीं होगा : CM केजरीवाल
भारतीय किसान यूनियन के भानू गुट ने गणतंत्र दिवस की हिंसा के मद्देनजर तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन को वापस लेने की घोषणा कर दी है, जिसके बाद दिल्ली-नोएडा लिंक रोड को चीला बॉर्डर के रास्ते यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया है.
#WATCH | Delhi: Group of people claiming to be locals gather at Singhu border demanding that the area be vacated.
Farmers have been camping at the site as part of their protest against #FarmLaws. pic.twitter.com/7jCjY0ME9Z
— ANI (@ANI) January 28, 2021
पिछले साल 1 दिसंबर को प्रदर्शन शुरू होने के बाद लोक शक्ति समूह के साथ उन्होंने इस प्रमुख मार्ग के एक कैरीजवे पर कब्जा जमा लिया था, जिससे यह आंशिक रूप से बंद हो गया था. चिल्ला बॉर्डर को बुधवार की रात लगभग 9.15 बजे खोला गया, जिसके बाद यहां यातायात सामान्य हो गया. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि दिल्ली को गाजियाबाद से जोड़ने वाले मार्ग एनएच-24 को खोल दिया गया है. नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाले डीएनडी को भी यातायात के लिए खोल दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि कृषि कानूनों को लेकर बीते दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है, लेकिन गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद कई प्रदर्शन स्थलों पर किसानों की संख्या में कमी देखी जा रही है. गाजीपुर बॉर्डर पर जहां पहले सैंकड़ों किसान मौजूद थे, वहीं गुरुवार सुबह यहां न के बराबर ही किसान दिखाई दिए.