महाराष्ट्र में 18 जनवरी तक कोरोना वैक्सीनेशन पर रोक, Co-WIN ऐप में तकनीकी खराबी के चलते लिया गया फैसला
महाराष्ट्र में कोरोना ऐप (को-विन) में तकनीकी खराबी के चलते 18 जनवरी तक वैक्सीनेशन पर रोक
मुंबई: कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए शनिवार को भारत में पहले दिन 1.91 लाख से अधिक लाभार्थियों को वैक्सीन दिया गया. पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगा. जिन्होंने अब तक लोगों की जान बचाने के लिए आगे रहे. दिल्ली को छोड़ दें तो अब तक किसी भी राज्य से खबर नहीं आई है कि कोरोना का टीका लगने के बाद किसी को इसका साइड इफेक्ट हुआ. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से भी शनिवार को एक सूचना जारी कर मीडिया को इसके बारे में जानकारी दी गई. इसी बीच महाराष्ट्र से खबर है कि कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) पर 18 जनवरी तक रोक लगा दी गई है.
महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीनेशन पर रोक लगाने के पीछे कोरोना ऐप (Co-WIN App) के साथ तकनीकी दिक्कतों को बताया गया हैं. जिसकी वजह से महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग (Maharashtra Health Department) को यह फैसला लेना पड़ा. हालांकि राज्य स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अस्थाई तौर पर यह रोक हैं. कोरोना ऐप में तकनीकी समस्या दूर होने के बाद राज्य में फिर से वैक्सीनेशन का काम शुरू होगा. यह भी पढ़े: बिहार में पहले दिन 301 केंद्रों पर 18,122 लोगों को दिया गया COVID-19 का टीका
महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीनेशन पर 18 जनवरी तक रोक:
वहीं ओडिशा में पहले दिन के वैक्सीनेशन के बाद एक दिन के लिए रोक लगा दी गई हैं. ओडिशा सरकार की तरफ से कहा गया कि रविवार को राज्य में किसी को भी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी. सरकार का कहना है कि वो वैक्सीन लेने वालों की हालत पर एक दिन नज़र रखेंगे. सरकार की तरफ से कहा गया कि जिन्होंने वैक्सीन ली है उन पर नज़र रखना चाहते हैं. सोमवार से ये टीकाकरण फिर शुरू होगा और तब तक जारी रहेगा जब तक 3.28 लाख स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण नहीं हो जाता.
बता दें कि पीएम मोदी ने शनिवार को देश में दुनिया के सबसे बड़े कोरोना टीकाकरण अभियान का न केवल शुभारंभ किया, बल्कि पूरे समय इसकी मॉनीटरिंग की कमान खुद संभाली. यहां सात, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास से उन्होंने देश के 3351 केंद्रों पर अपनी नजर रखी. सभी राज्यों में टीकाकरण गतिविधियों का हर अपडेट वह लेते रहे.