उत्तराखंड में कोरोना के चलते रावत सरकार ने रद्द किए जश्न कार्यक्रम
उत्तराखंड सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर 18 मार्च से मनाया जाने वाला जश्न कार्यक्रम कोरोनावायरस के चलते रद्द कर दिया है. सरकार ने 70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रस्तावित 'विकास के तीन साल, बातें कम काम ज्यादा' कार्यक्रम स्थगित कर दिए.
देहरादून: उत्तराखंड सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर 18 मार्च से मनाया जाने वाला जश्न कार्यक्रम कोरोनावायरस (Covid-19) के चलते रद्द कर दिया है. सरकार ने 70 विधानसभा क्षेत्रों में प्रस्तावित 'विकास के तीन साल, बातें कम काम ज्यादा' कार्यक्रम स्थगित कर दिए. इस सबंध में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सभी जिलाधिकारियों को शुक्रवार को आदेश जारी किए. 18 मार्च को उत्तराखंड सरकार अपने तीन साल पूरे करने जा रही है. इस उपलक्ष्य में सभी जिलाधिकारियों को कार्यक्रम का जिम्मा दिया गया था, लेकिन इसे एहतियात के तौर पर रद्द कर दिया गया है.
सूत्र बता रहे हैं कि कोरोना को प्रदेश में महामारी घोषित करने की तैयारी है. आज होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय लिया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, द एपिडेमिक डिजीज एक्ट-1897 (The Epidemic Disease Act 1897) और उसके नियमों को मंत्रिमंडल हरी झंडी दिखा सकता है. इसके तहत जिलाधिकारियों, पुलिस कप्तानों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को महामारी की रोकथाम के लिए अधिकार मिल सकेंगे.
विपक्ष के हमलों की धार तेज होने के बाद आखिरकार सरकार को कदम पीछे खींचने को मजबूर होना पड़ा है. बीते दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भी कोरोना के खतरे के बीच सरकार के तीन साल पर कार्यक्रमों के आयोजन पर सवाल खड़े किए थे.
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी कोरोना से निपटने की चुनौती के बीच सरकारी आयोजनों पर आपत्ति जताई थी. गौरतलब है कि सरकार गुरुवार को ही राज्य के 12वीं कक्षा तक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों को 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश जारी कर चुकी है.