उत्तरकाशी, 25 नवंबर: उत्तरकाशी टनल हादसे का शनिवार को 14वां दिन रहा. शुक्रवार को 47 मीटर की ड्रिलिंग होने के बाद जब आगे की ड्रिलिंग की जा रही थी तो दिक्कतें आने लगी थी. ड्रिलिंग करते समय मलबे में लोहे की रॉड आने से परेशानियां हो रही थी. जिसके बाद शुक्रवार की देर रात से ही ड्रिलिंग बंद है.
उत्तरकाशी में रेस्क्यू रुकने के बाद 41 मजदूरों का इंतजार लंबा खिंच गया है. 14 दिन बाद भी सुरंग में फंसी जिंदगियों के बाहर निकलने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. जिस अमेरिकी हैवी ऑगर मशीन से उम्मीदें थी, उसने भी अब दम तोड़ दिया है. करीब चार बार सुरंग का मलबा साफ करने के दौरान हैवी ऑगर मशीन से लोहे की रॉड और पाइप टकराई थी, जिसके कारण ऑगर मशीन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी. Uttarkashi Tunnel Accident: ऑगर मशीन के ब्लेड सुरंग के मलबे में फंसे, हैदराबाद से लाया जा रहा प्लाज्मा कटर
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami took stock of the ongoing rescue operation to rescue 41 workers trapped in the Silkyara Tunnel in Uttarkashi, earlier today. pic.twitter.com/74MyBko2fP
— ANI (@ANI) November 25, 2023
इन सबको देखते हुए अब मैनुअल ड्रिलिंग पर विचार किया जा रहा है. पहाड़ी के ऊपर से भी ड्रिलिंग के बारे में सोचा जा रहा है. अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ, अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि अब ऑगर ड्रिलिंग मशीन की मदद नहीं मिल पाएगी. अब भी हमारे पास रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के कई रास्ते हैं. लेकिन, अब आप रेस्क्यू ऑपरेशन में ऑगर मशीन को नहीं देख पाएंगे. ऑगर मशीन खत्म हो गयी है.
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | A part of the vertical drilling machine is being taken to the top of the Silkyara Tunnel as an operation to rescue 41 workers trapped here continues. pic.twitter.com/sHLOShZAq8
— ANI (@ANI) November 25, 2023
हैरानी की बात है कि रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी करने वाली टीम के जिम्मेदार अधिकारी अब तक रोजाना बयान बदलते रहे हैं. वो अपने बयानों में नई नई डेडलाइन बताते रहे हैं. अमेरिकी विशेषज्ञ अरनॉल्ड डिक्स ने क्रिसमस की डेडलाइन दी है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि क्रिसमस से पहले सभी मजदूर अपने घर पर होंगे. वह सुरक्षित हैं. अगर रेस्क्यू में जल्दबाजी की गई तो और मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इसलिए पूरी सावधानी के साथ सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
#WATCH | On Silkyara tunnel rescue operation, International Tunneling Expert, Arnold Dix says, "It means some time from now until one month and 41 men will be home safe. I just don't know exactly when. I mean that we should not rush. We should just consider the most important… pic.twitter.com/XOdxWJVX5J
— ANI (@ANI) November 25, 2023
उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि अब से एक महीने में 41 लोग घर सुरक्षित होंगे. मैंने कभी वादा नहीं किया था कि यह जल्दी हो जाएगा. मैंने कभी वादा नहीं किया कि यह आसान होगा, मैंने कभी नहीं कहा कि यह कल हो जाएगा, मैंने कभी नहीं कहा कि यह आज रात होगा. वे सुरक्षित रहेंगे.