Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने की जगी उम्मीद की आस, रेस्क्यू टीम अगले 12-14 घंटे में उनके पास पहुंच सकती है
उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बाद अंदर फंसे 41 मजदूरों को बचाने को लेकर उम्मीद की आस जगी है. मौके पर मौजूद PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हमें उम्मीद है कि जो बाधाएं आनी थीं उसे हम पार कर चुके हैं अगले 14-15 घंटों में हम 60 मीटर तक पार कर लेंगे, ड्रिलिंग का काम जारी है. 12 से 14 घंटे हमें वहां पहुंचने में लगेंगे
Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बाद अंदर फंसे 41 मजदूरों को बचाने को लेकर उम्मीद की आस जगी है. मौके पर मौजूद PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हमें उम्मीद है कि जो बाधाएं आनी थीं उसे हम पार कर चुके हैं अगले 14-15 घंटों में हम 60 मीटर तक पार कर लेंगे, ड्रिलिंग का काम जारी है. 12 से 14 घंटे हमें वहां पहुंचने में लगेंगे. वहीं आगे खुल्बे ने कहा कि उसके बाद वहां श्रमिकों को एकत्र करके NDRF की सहायता से बाहर निकालने में 2-3 घंटे का समय लग सकता है.
वहीं बचाव कार्य को लेकर गढ़वाल रेंज केIG के.एस. नागन्याल ने बताया, हमने एम्बुलेंस की सभी व्यवस्थाएं कर ली हैं. हमफंसे हुए श्रमिकों को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से घटना स्थल से अस्पताल तक ले जाएंगे. डॉक्टर की सलाह पर, यदि फंसे हुए लोग गंभीर स्थिति में हुए तो हम उन्हें एयरलिफ्ट भी कर सकते हैं.. यदि उन्हें बेहतर चिकित्सा सहायता की आवश्यकता महसूस होती है, तो उन्हें ऋषिकेश एम्स ले जाया जाएगा. यह भी पढ़े: Uttarkashi Tunnel Rescue: मजदूरों को बचाने के लिए टनल में घुसी NDRF, बाहर एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम तैनात
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मजदूरों के बचाने की मुहीम के बीच मौके पर सीएम धामी भी पहुंचे है. मीडिया से बातचीत में धामी ने कहा कि ऑगर मशीन के जरिए 45 मीटर पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है. बचाव अपने अंतिम चरण में है. कुछ बाधाएं आ रही हैं लेकिन हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जल्द से जल्द सभी श्रमिक बाहर आएं... बचाव के बाद की तैयारियां कर ली गई हैं. एम्बुलेंस और अस्पताल उनके चेकअप और इलाज के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री मोदी हर दिन बचाव अभियान पर अपडेट ले रहे हैं. उन्होंने आज भी अपडेट लिया है। हमारे एक्सपर्ट्स मजदूरों को बचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं.