देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) के छह रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकी मिलने के बाद पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है. डीजीपी (DGP) अशोक कुमार ने बताया कि रुड़की रेलवे स्टेशन अधीक्षक को 7 मई की शाम को एक पत्र मिला, जिसमें छह रेलवे स्टेशनों लक्सर, नजीबाबाद, देहरादून, रुड़की, ऋषिकेश और हरिद्वार को उड़ाने की धमकी दी गई थी. धमकी देने वाले की पहचान जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) एरिया कमांडर सलीम अंसारी के तौर पर बताई गयी थी. हालांकि पुलिस अधिकारी ने इस धमकी के पीछे किसी भी जेईम आतंकी का हाथ होने से इनकार किया है. Road Accident: पौड़ी में बारात से लौट रहा वाहन दुर्घटनाग्रस्त, 6 की मौत, 8 घायल
पुलिस का कहना है कि उत्तराखंड के छह रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकीभरा पत्र भेजने वाला कोई आतंकी नहीं बल्कि एक मानसिक रूप से विक्षिप्त शख्स है. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने एएनआई को बताया, "मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति पिछले 20 सालों से इस तरह के धमकी भरे पत्र भेज रहा है. फिर भी एहतियात बरती जा रही है."
"A mentally disturbed person is sending such threat letters for the last 20 years. Still, precaution is being taken," said Uttarakhand DGP Ashok Kumar to ANI, on receiving a threat letter to blow up 6 railway stations in Uttarakhand (2/2)
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 9, 2022
बीते महीने विशाखापत्तनम से मुंबई जाने वाली ट्रेनों में बम लगाए जाने की धमकी से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया था. हालांकि, तेलंगाना में दो स्थानों पर पुलिस बलों द्वारा पूरी तरह से जांच किए जाने के बाद दो ट्रेनों में कोई विस्फोटक नहीं मिला. दरअसल डायल 100 पर एक गुमनाम फोन कॉल कर किसी ने ट्रेनों में बम होने की जानकारी दी थी.
विशाखापत्तनम-लोकमान्य तिलक टर्मिनस ट्रेन को वारंगल के काजीपेट में रोका गया. रेलवे पुलिस ने स्थानीय पुलिस के साथ बम निरोधक दस्ते की मदद से ट्रेन की जांच की लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला. भुवनेश्वर-मुंबई कोणार्क एक्सप्रेस को भी हैदराबाद के बाहरी इलाके चेरलापल्ली में रोका गया. पुलिस बलों ने डिब्बों में गहन जांच की, लेकिन कोई बम नहीं मिला. बम की धमकी से दोनों ट्रेनों के यात्रियों में दहशत फैल गई और उन्हें काफी असुविधा हुई.