उत्तराखंड: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, खराब मौसम ने दिया झटका
हाल ही में, केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के हेलिकॉप्टर को उत्तराखंड के मुनस्यारी क्षेत्र में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. यह घटना तब हुई जब उनका हेलिकॉप्टर खराब मौसम की चपेट में आया.
आज केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के हेलिकॉप्टर को उत्तराखंड के मुनस्यारी क्षेत्र में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. यह घटना तब हुई जब उनका हेलिकॉप्टर खराब मौसम की चपेट में आया. हेलिकॉप्टर को मुनस्यारी के रालम में सुरक्षित रूप से उतारा गया, जहां चालक दल ने सावधानी से स्थिति को संभाला.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का हेलिकॉप्टर मिलम की तरफ जा रहा था, और इस यात्रा के दौरान उनके साथ राज्य के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे भी मौजूद थे. मुनस्यारी जैसे पहाड़ी क्षेत्र में मौसम जल्दी बदल सकता है, और इसी कारण से इस प्रकार की इमरजेंसी लैंडिंग की गई.
अधिकारियों ने बताया कि लैंडिंग सफल रही और दोनों अधिकारियों की स्थिति सुरक्षित है. हेलिकॉप्टर की सुरक्षा प्राथमिकता थी, और मौसम की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि लैंडिंग की जाए.
राजीव कुमार ने 1 सितंबर 2020 को चुनाव आयुक्त के रूप में चुनाव आयोग में शामिल होने के बाद से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने 15 मई 2022 को मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर कार्यभार ग्रहण किया और उनका कार्यकाल 18 फरवरी 2025 तक जारी रहेगा. दिलचस्प बात यह है कि राजीव कुमार 19 फरवरी 2025 को अपने 65वें जन्मदिन का जश्न मनाएंगे. भारतीय संविधान के अनुसार, चुनाव आयुक्त का कार्यकाल या तो छह वर्ष होता है या वे 65 वर्ष की आयु तक पद पर बने रहते हैं, जो भी पहले हो.
1984 बैच के IAS अधिकारी
राजीव कुमार 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी हैं. अपने लंबे प्रशासनिक करियर में, उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों में और बिहार तथा झारखंड के राज्य संवर्ग में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. उनकी शैक्षणिक योग्यता में बीएससी, एलएलबी, पीजीडीएम और मास्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी की डिग्री शामिल है.
राजीव कुमार को सामाजिक क्षेत्र, पर्यावरण और वन, मानव संसाधन, वित्त और बैंकिंग क्षेत्रों में भी व्यापक अनुभव है. उनके नेतृत्व में चुनाव आयोग ने कई महत्वपूर्ण चुनावी सुधारों और प्रक्रियाओं को लागू किया है, जो लोकतंत्र की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं.