उत्तराखंड: पौड़ी गढ़वाल (Pauri Garhwal) जिले के सिमड़ी गांव के पास रिखनीखाल-बिरोखल मार्ग पर करीब 45 से 50 लोगों को लेकर जा रही एक बस खाई में गिर गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक ग्रामीण और प्रशासन खाई में लोगों को तलाशने का काम कर रहें है. Kedarnath Avalanche VIDEO: केदारनाथ के पास बर्फ का पहाड़ खिसका, हिमस्खलन से मंदिर को कोई नुकसान नहीं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बारातियों से भरी यह बस लालढांग से काड़ा तल्ला जा रही थी तभी रास्ते में बीरोखाल के सीमडी बैंड के पास अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी. इस बस में 40 से 50 बारातियों के सवार होने की सूचना है. बस के खाई में गिरने से भारी जनहानि की आशंका जताई जा रही है.
बस में 45 से 50 लोग थे सवार
Uttarakhand | A bus carrying around 45 to 50 people falls into a gorge on Rikhnikhal-Birokhal road near Simdi village in Pauri Garhwal district. Police on the spot. Further details are awaited. pic.twitter.com/2FAw3gCJuv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 4, 2022
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, 'बचाव दल को दुर्घटनास्थल पर उतरने में दिक्कत हो रही है. बस हादसे में जान-माल का भारी नुकसान हो सकता है. हताहतों की सही संख्या का पता तभी चलेगा जब बचाव दल वहां पहुंचेगा और बचाव अभियान शुरू होगा.'
नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, दुर्घटना शाम को करीब साढ़े सात बजे हुई थी. स्थानीय लोगों की मदद से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है, लेकिन अंधेरे के कारण बचावकर्मियों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है और गांव के निवासी अपने मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट की मदद से बस में फंसे लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं.
सीएम धामी रख रहे हैं स्थिति पर नजर
दुर्घटना की सूचना पाकर सीएम पुष्कर सिंह धामी तुरंट राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र पहुंचे. सीएम धामी ने कहा, 'दुर्घटनास्थल के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें जुटी हैं. हम सभी सुविधाएं दुर्घटनास्थल तक पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. स्थानीय ग्रामीण बचाव अभियान में मदद कर रहे हैं.
सीएम धामी ने ट्वीट किया, 'पौड़ी जिले के सिमड़ी गांव के निकट यात्रियों को ले जा रही बस के खाई में गिरने का दुर्भाग्यपूर्ण समाचार प्राप्त हुआ है जिसके दृष्टिगत आपदा प्रबंधन विभाग पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहा हूं.