उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में पुलिस वर्दी में टिक-टॉक वीडियो (TikTok Video) कर एक सब-इंसपेक्टर निशाने पर आ गए हैं. लखनऊ के पीजीआई थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद आरिफ के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं. पहले वीडियो में आरिफ को यह बोलते हुए देखा जा सकता है, "ये पुलिस स्टेशन है. तुम्हारे बाप का घर नहीं. जब तक बैठने को ना कहा जाए खड़े रहो."
दूसरे वीडियो में आरिफ को कुर्सी पर बैठे देखा जा सकता है और टेबल पर सर्विस रिवॉल्वर रखा हुआ है. वीडियो में वह कह रहे हैं, "ना पुलिसवालों की दोस्ती अच्छी ना दुश्मनी." लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने कहा, "हम सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने के लिए पुलिसकर्मी से स्पष्टीकरण मांगेंगे."
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"यदि कोई पुलिसकर्मी ड्यूटी पर है और उसने वर्दी पहन रखी है, तो अनुशासन का पालन किया जाना चाहिए. पुलिसकर्मियों को वर्दी में वीडियो पोस्ट करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस तरह की अनुशासनहीनता नहीं करने के लिए सामान्य दिशानिर्देश भी जारी किया जा रहा है."
यह पहली बार नहीं है जब कोई पुलिसकर्मी ड्यूटी पर टिक-टॉक वीडियो बनाने को लेकर मुसीबत में फंस गया है. जुलाई में, गुजरात की एक महिला पुलिसकर्मी को एक पुलिस थाने के अंदर गाने पर नाचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद निलंबित कर दिया गया था. दिल्ली पुलिस की दो महिला कांस्टेबलों को भी अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ा, जब वीवीआईपी जगह पर ड्यूटी के समय गाते हुए उनका एक वीडियो वायरल हो गया.