उत्तर प्रदेश में ललितपुर जिले की सदर कोतवाली की कथित प्रताड़ना के बाद मंगलवार को इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई. इस मामले को लेकर बुधवार को एक उपनिरीक्षक (एसआई) और दो अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्जकर एसआई को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक (एसपी) कैप्टन एम.एम. बेग ने बुधवार को कहा, "नारहट थाना क्षेत्र के युवक देवेंद्र कुशवाहा (35) की मंगलवार दोपहर बाद इलाज के दौरान सरकारी अस्पताल में मौत हो गई. उसके परिजनों ने पुलिस चौकी के उपनिरीक्षक (एसआई) अटल बिहारी और दो अन्य अज्ञात पुलिसकर्मियों पर हिरासत के दौरान मारपीट करने का आरोप लगाया था, जिसपर परिजनों की शिकायत पर तीनों के खिलाफ आईपीसी के तहत गैर इरादतन हत्या की धारा-304 तहत मुकदमा दर्ज कर एसआई अटल बिहारी को निलंबित कर दिया गया है."
उन्होंने कहा, "इस मामले की पूरी ईमानदारी से जांच की जा रही है. हालांकि चिकित्सकों के पैनल द्वारा किये गए पोस्टमॉर्टम में उसके कोई चोट नहीं पाई गई और युवक की मौत 'हार्ट अटैक' से होना बताया गया है." एसपी ने कहा, "पुलिस ने युवक को साढ़े तीन माह से लापता एक नाबालिग लड़की के बारे में पूछताछ के लिए उसके घर से रविवार तड़के हिरासत में लिया था और तबीयत बिगड़ने पर मंगलवार दोपहर छोड़ा था, जिसके बाद जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी है."
उन्होंने कहा, "इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच का आग्रह किया गया है." वहीं, मृतक के भाई भगवानदास ने आरोप लगाया कि देवेंद्र को पुलिस ने बुरी तरह से मारापीटा है और फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी थी, जिससे उसकी तबीयत खराब हुई और मौत हो गई.