उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गौतमबुद्ध नगर में जिला कमांडेंट होमगार्ड कार्यालय में लगी के आग के संबंध में पूछताछ के लिए तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों में जिला कमांडेंट के सहायक सतीश और इसके अलावा दो होमगार्ड कॉन्सटेबल शामिल हैं, जिनकी पहचान अनिल और पिंकू कुमार के रूप में हुई है. मंगलवार तड़के लगी इस आग में 2014 के बाद से कर्मियों के वेतन मस्टर रोल जलकर खाक हो गए थे. पिछले हफ्ते, राज्य सरकार ने होमगार्डो की फर्जी उपस्थिति और धोखाधड़ी से धन निकासी से संबंधित कथित घोटाले की जांच के आदेश दिए थे.
पुलिस के मुताबिक, अनिल घटना के समय ऑफिस के सामने वाले कमरे में सो रहा था. अनिल ने पुलिस को बताया कि मंगलवार तड़के जब वह टॉयलेट के लिए उठा तो उसने पाया कि उसके कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था. अनिल ने पुलिस को बताया कि सुबह परिसर की सफाई करने के लिए आए सफाईकर्मी ने दरवाजे को खोला. इसके बाद उसे कमरे में आग लगने के बारे में बताया गया, उस कमरे में जहां होमगार्ड के जवानों की उपस्थिति से संबंधित सारे ब्यौरे रखे हुए थे.
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (Senior Superintendent of Police) वैभव कृष्ण ने कहा, "हमने पूछताछ के लिए तीन लोगों को हिरासत में लिया है. सतीश को हिरासत में लिया गया है, क्योंकि वह होमगार्ड विभाग में सबसे वरिष्ठ अधिकारी है. अनिल को हिरासत में इस वजह से लिया गया है, क्योंकि जब आग लगी तो वह परिसर में मौजूद एकमात्र शख्स था. पिंकू को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है."
ग्रेटर नोएडा 1 के सर्कल अफसर (सीओ) तनु उपाध्याय ने कहा कि अधिकारी आग लगने के सही समय से बिल्कुल अनजान हैं, लेकिन संभवत: यह मंगलवार तड़के लगी है. सीओ ने कहा, "हमें जिला कमांडेंट के कार्यालय या उसके आसपास में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं मिला. मामले में हमारी जांच जारी है और घटना से संबंधित लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा."