UP Shocker: सुल्तानपुर में दाढ़ी बनाने वाले ब्लेड से किया गर्भवती महिला का ऑपरेशन, ज्यादा खून बहने से जच्चा-बच्चा की मौत
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर (Sultanpur) जिले के एक गांव के स्थानीय क्लिनिक में 8वीं फेल ने महिला का सी-सेक्शन (सिजेरियन) डिलिवरी करवाई. अधिक खून बहने की वजह से मां और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर (Sultanpur) जिले के एक गांव के स्थानीय क्लिनिक में 8वीं फेल ने महिला का सी-सेक्शन (सिजेरियन) डिलिवरी करवाई. अधिक खून बहने की वजह से मां और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि महिला की सर्जरी के लिए दाढ़ी बनाने वाले ब्लेड का इस्तेमाल किया गया था. यूपी के बलिया में 13 साल के लड़के की घिनौनी करतूत, अश्लील फिल्म देखने के बाद ढाई साल की बच्ची का किया रेप
रिपोर्ट्स के मुताबिक 30 साल के आरोपी राजेंद्र शुक्ला (Rajendra Shukla) ने दाढ़ी काटने वाले ब्लेड से महिला का सिजेरियन किया, जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं, जन्म के कुछ मिनट बाद ही बच्चे की भी मौत हो गई.
एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार, कक्षा 8 तक की पढ़ाई पूरी नहीं करने वाले राजेंद्र शुक्ला सैनी (Saini) गांव के मां शारदा अस्पताल (Maa Sharda Hospital) में काम करता था. यहीं पर राजेश साहनी (Rajesh Sahni) सर्जरी करने का काम करता था.
मृतक महिला के पति की शिकायत पर पुलिस ने राजेंद्र शुक्ला और राजेश साहनी को गिरफ्तार कर लिया है. जांच से पता चला है कि राजेश साहनी का ही यह अस्पताल है और यह रजिस्टर्ड भी नहीं है. इस बीच, पुलिस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस अवैध क्लीनिक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है.
घटना का पता तब चला जब महिला के पति राजाराम (Rajaram) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी पत्नी और नवजात बच्चे की मौत मेडिकल लापरवाही के कारण हुई है. सुल्तानपुर के एसपी अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि यह क्लीनिक अवैध है और यहां सर्जरी करने के लिए कोई बुनियादी सुविधा नहीं है. यहां सर्जरी के लिए रेजर ब्लेड का इस्तेमाल किया जाता था.
बलदीराम के एसएचओ अमरेन्द्र सिंह (Amrendra Singh) ने कहा कि जब महिला को प्रसव पीड़ा हुई, तो उसे एक दाई के पास ले जाया गया, जिसने राजाराम को डीह (Deeh) में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाने के लिए कहा. उन्होंने कहा "एक सहायक नर्स ने पूनम की जांच की. नर्स ने बताया कि उसकी हालत गंभीर है और उसे अस्पताल ले जाना जरुरी है." जिसके बाद राजेंद्र शुक्ला ने भी राजाराम से कहा कि वह पत्नी को जिला अस्पताल ले जाए, क्योंकि वह ऑपरेशन टेबल पर बेहोश हो गई है. हालत बिगड़ने पर महिला को लखनऊ के केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर (KGMU Trauma Centre) ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.